जयपुर. राजस्थान में पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में महिला सुरक्षा और दलित उत्पीड़न बड़े मुद्दे थे. महिलाओं के खिलाफ अपराध में प्रदेश के पहले पायदान पर होने का हवाला देकर विपक्ष में रही भाजपा ने पूर्ववर्ती गहलोत सरकार को घेरा और चुनाव में भी इस मुद्दे को काफी भुनाया गया. इसके साथ ही दलित उत्पीड़न का मुद्दा भी चुनाव में चला था. अब सत्ता में आने के करीब छह महीने बाद भी मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार महिलाओं और दलितों के खिलाफ उत्पीड़न के मामलों पर अंकुश नहीं लगा पा रही है. इसे लेकर आमजन में गुस्सा अब सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X के जरिए सामने आ रहा है. इन मुद्दों को लेकर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से इस्तीफा मांगा जा रहा है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर गुरुवार को 'भजनलाल शर्मा इस्तीफा दो' ट्रेंडिंग में रहा. इस हैशटैग के साथ X पर गुरुवार दोपहर तक सात हजार से ज्यादा पोस्ट किए जा चुके हैं.
भीषण गर्मी और बिजली-पानी की किल्लत : राजस्थान में भीषण गर्मी का दौर जारी है. तापमान में लगातार उछाल जारी है. इस बीच पानी और बिजली की किल्लत से आमजन परेशान हैं. गांवों से शहरों तक बिजली कटौती की जा रही है, जबकि प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में लोग पानी की किल्लत का सामना कर रहे हैं. इस भीषण गर्मी के दौर में भी कई शहर और कस्बे ऐसे हैं, जहां तीन-चार दिन के अंतराल से पानी की सप्लाई हो रही है. इसके चलते भी लोगों में सरकार के प्रति गुस्सा है.
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हर दिन औसतन 12 बच्चियों से दुष्कर्म : महिला अपराध के साथ ही बच्चियों से दुष्कर्म के मामले में राजस्थान के पहले पायदान पर होने का आरोप लगाते हुए विपक्ष में रहते भाजपा ने कांग्रेस सरकार को कमोबेश हर दिन घेरा था. अब सत्ता में आने के छह महीने बाद भी भाजपा सरकार इस दिशा में ठोस कदम नहीं उठा पा रही है. इसका नतीजा यह है कि छह महीनों में हर दिन औसतन छह 12 बच्चियों से दुष्कर्म के मामले सामने आए हैं. इसे लेकर भी भजनलाल शर्मा के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार पर सवाल खड़े हो रहे हैं.