मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर : मनेंद्रगढ़ नगरपालिका के 22 वार्डों में आरक्षण की प्रक्रिया संपन्न हुई.लेकिन आरक्षण प्रक्रिया को लेकर अब बीजेपी और कांग्रेस आमने सामने हैं.जहां एक ओर कांग्रेस आरक्षण की प्रक्रिया को गलत बता रहा है,वहीं दूसरी ओर बीजेपी का कहना है कि आरक्षण में नियमों का पालन किया गया है.
कांग्रेस के पूर्व विधायक डॉ. विनय जायसवाल ने आरक्षण को लेकर राज्य सरकार पर तीखा हमला बोला. विनय जायसवाल ने आरोप लगाए कि पिछड़े वर्ग के अधिकारों को न केवल नजरअंदाज किया गया है, बल्कि आरक्षण प्रक्रिया में गंभीर खामियां हैं
राज्य सरकार ने पिछड़ा वर्ग आयोग की रिपोर्ट के आधार पर जो दावे किए थे, वे केवल कागजों तक सीमित हैं.मनेंद्रगढ़ में ओबीसी की जनसंख्या 40 प्रतिशत है. यहां केवल नौ सीटें आरक्षित होनी चाहिए थी. सरकार ने पिछड़े वर्ग के हितों की अनदेखी कर नाटक किया है.जो सरकार पिछड़े वर्ग की बात करती है, उसने केवल दिखावा किया.आरक्षण प्रक्रिया में पारदर्शिता की भारी कमी है- विनय जायसवाल, पूर्व विधायक
वहीं बीजेपी ने पूर्व विधायक के आरोपों को एक सिरे से नकारा है. बीजेपी जिलाध्यक्ष अनिल केशरवानी के मुताबिक विनय जायसवाल का बयान राजनीति से प्रेरित है.
कांग्रेस केवल अपनी राजनीतिक जमीन तलाशने का प्रयास कर रही है.मनेंद्रगढ़ नगर पालिका आरक्षण की प्रक्रिया पहले भी हुई थी और उसे प्रावधानों के तहत पूरा किया गया था. कांग्रेस के नेता बेवजह मुद्दे को तूल देकर जनता को गुमराह कर रहे हैं. हर स्थान को राजनीतिक अखाड़ा बनाना हास्यास्पद है.कांग्रेस के आरोप केवल राजनीतिक फायदे के लिए किए जा रहे हैं- अनिल केशरवानी, बीजेपी जिलाध्यक्ष
आपको बता दें कि 17 दिसंबर को आरक्षण की प्रक्रिया के दौरान मनेंद्रगढ़ नगरपालिका को लेकर हंगामा हुआ था.जिस पर प्रशासन ने पार्षदों को आश्वासन दिया था कि नियमों के तहत ही आरक्षण लागू किया जाएगा.वहीं जब 19 दिसंबर को आरक्षण की प्रक्रिया पूरी हुई तो कांग्रेस ने एक बार फिर आरक्षण को लेकर आपत्ति दर्ज कराने की कोशिश की.लेकिन इस बार प्रशासन ने आरक्षण की प्रक्रिया पूरी की.वहीं अब आरक्षित वार्डों को लेकर कांग्रेस और बीजेपी के नेता बयानबाजी कर रहे हैं.