धर्मशाला: गणतंत्र दिवस के मौके पर धर्मशाला पुलिस ग्राउंड में आयोजित जिला स्तरीय गणतंत्र दिवस समारोह कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप पठानिया बतौर मुख्य अतिथि के रूप शामिल हुए. वहीं, इस कार्यक्रम में धर्मशाला से कांग्रेस विधायक सुधीर शर्मा को निमंत्रण नहीं मिलने की खबर राजनीति गलियारों में चर्चा का विषय बनी हुई है. सुधीर शर्मा को निमंत्रण नहीं मिलने के सवाल पर स्पीकर कुछ भी कहने से बचते नजर आए. इस मामले पर उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि मुझे इस बारे में नहीं पता.
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गणतंत्र दिवस में विधायक सुधीर शर्मा को निमंत्रण नहीं मिलने को लेकर मीडिया ने विस अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया से सवाल पूछा. जिसपर पठानिया ने कहा सुधीर शर्मा विधायक है, उनका ये चुनाव क्षेत्र है. अब गणतंत्र दिवस है, किसी से जुड़ा कोई कार्यक्रम तो है नहीं. इसके बाद मीडिया ने पूछा कि प्रोटोकॉल के तहत भी निमंत्रण कार्ड पर सुधीर शर्मा को नाम नहीं छपा है. जिसके जवाब में उन्होंने कहा ये मेरे जानकारी में नहीं है, लेकिन गणतंत्रण दिवस में कोई प्रोटोकॉल नहीं है. हम देश और प्रदेश वासी हैं और ये जो पावन दिवस है, ये हम सबके लिए पवित्र है. एक साधारण व्यक्ति हो चाहे हम सब प्रोटोकॉल वाले सब एक हैं यहां.
विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप पठानिया ने कहा कि एक विधानसभा के अध्यक्ष होने के नाते उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है. उन्हें नहीं पता आखिर किन कारणों के चलते धर्मशाला के विधायक सुधीर शर्मा को इस कार्यक्रम में शामिल नहीं किया गया है. उन्होंने कहा वह इस प्रश्न पर कोई टिप्पणी नहीं चाहते हैं. वहीं, इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने कहा 26 जनवरी का दिन सभी भारतवासियों के लिए एक गौरवमयी दिवस है. वर्ष 1950 को इसी दिन भारत का महान संविधान प्रभावी हुआ था. देश में लोकशाही का स्वप्न साकार हुआ. उन्होंने संविधान निर्माताओं के साथ-साथ सभी स्वतंत्रता सेनानियों के तप, त्याग और बलिदान को स्मरण करते हुए नमन किया.
उन्होंने कहा युद्ध में शहीद सैनिकों की अनुग्रह अनुदान राशि 20 लाख रुपये से बढ़ाकर 30 लाख रुपये की गई है. अन्य कारणों से वीरगति प्राप्त होने पर सैनिकों की अनुग्रह राशि 5 लाख रुपये से बढ़ाकर 7.50 लाख रुपये की गई है. वहीं, आपदा के दौरान बेहतरीन कार्य करने वालों को स्पीकर ने सम्मानित किया.
वहीं, आज देशभर में 75 वां गणतंत्र दिवस बड़े धूमधाम से मनाया गया. हिमाचल प्रदेश में शिमला में राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने तिरंगा फहराया. वहीं, प्रदेश के अन्य हिस्सों में विधानसभा अध्यक्ष, कैबिनेट मंत्री सहित कई नेताओं ने झंडारोहण किया. इसी कड़ी में धर्मशाला के पुलिस ग्राउंड में जिला स्तरीय गणतंत्र दिवस समारोह पूरे उत्साह, उमंग व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने समारोह की अध्यक्षता की. इस दौरान उन्होंने पुलिस ग्राउंड में राष्ट्रीय ध्वज फहराया. पुलिस, होमगार्ड और एनसीसी की टुकड़ियों ने आकर्षक मार्च पास्ट की सलामी ली.
वहीं, मंडी जिले में गणतंत्र दिवस पर जिला स्तरीय समारोह शहर के ऐतिहासिक सेरी मंच पर आयोजित किया गया. इस दौरान उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने समारोह की अध्यक्षता की और ध्वजारोहण किया. इस मौके पर उन्होंने देश की आजादी में कुर्बानी देने वाले बलिदानियों को याद किया और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. हर्षवर्धन चौहान ने कहा सुक्खू सरकार प्रदेश को आत्मनिर्भर राज्य बनाने की दिशा में लगातार प्रयासरत है. आने वाले 10 वर्षों में प्रदेश आत्मनिर्भर बनकर उभरेगा.
वहीं, हर्षवर्धन चौहान ने कहा प्रदेश में 6 इंडस्ट्रियल टाउनशिप को डेवलप किया जा रहा है. जिसमें मंडी जिला के पंडोह में बनी टाउनशिप भी शामिल है. उन्होंने इस टाउनशिप को डेवल्प करने के लिए 6 करोड़ की राशि देने का ऐलान भी किया. चौहान ने कहा कि प्रदेश में पहले सरकारी नौकरियां देने में काफी ज्यादा धांधलियां हुई, लेकिन मौजूदा सरकार ने इन पर रोक लगाने की दिशा में कार्य किया है. जिस चयन बोर्ड में धांधलियां होती थी, उसे बर्खास्त करके वहां पर नए बोर्ड का गठन किया गया है. उन्होंने युवाओं को आश्वस्त किया कि प्रदेश में जो भी सरकारी नौकरियां दी जा रही हैं, वे सभी योग्यता के आधार पर दी जा रही हैं. इसमें किसी भी तरह का कोई भाई भतीजावाद नहीं हो रहा है.
इसके अलावा सीपीएस सुंदर सिंह ठाकुर ने कुल्लू में ध्वजारोहण किया. इस अवसर पर उन्होंने सभी जिला वासियों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दी. उन्होंने कहा गणतंत्र दिवस उन महान स्वतंत्रता सेनानियों को स्मरण करने का दिन है, जिनके बलिदान के कारण हमने आजादी हासिल की थी. राज्य सरकार हिमाचल को आत्मनिर्भर समृद्ध बनाने की दिशा में प्रयासरत है. हिमाचल आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बने और 10 वर्षों में देश का सबसे अमीर राज्य की श्रेणी में शामिल हो, इस दिशा में प्रदेश सरकार ने अनेक कदम उठाए हैं.
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा चुनाव में किए गए वादों को चरणबद्ध तरीके से पूरा किया जा रहा है. प्रदेश सरकार ने पुरानी पेंशन लागू करके प्रदेश के 1 लाख 36 हजार से अधिक कर्मचारियों को तोहफा दिया है. सरकार द्वारा लोगों के समस्याओं का उनके घर द्वार के निकट समाधान सुनिश्चित बनाने के लिए सरकार गांव के द्वार कार्यक्रम आरंभ किया गया है. लंबे समय से लंबित इंतकाल व तकसीम के मामलों के निपटान लिए विशेष राजस्व अदालतें लगाई जा रही है. मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना आरंभ की गई है.
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