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अब DL का नवीनीकरण नहीं होगा आसान, डॉक्टरों के पैनल का हेल्थ सर्टिफिकेट देना होगा - DRIVING LICENSE RENEWAL

driving license renewal : नई व्यवस्था के तहत लगभग 12 डॉक्टरों का होगा पैनल.

सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीर (Photo credit: ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Dec 10, 2024, 9:52 PM IST

लखनऊ: आसानी से हासिल हो जाने वाले ड्राइविंग लाइसेंस पाने की राह आने वाले दिनों में काफी कठिन होगी. डीएल के नवीनीकरण की प्रक्रिया और सख्त की जाएगी. डीएल रिन्यूअल में लगने वाला हेल्थ सर्टिफिकेट अब मैनुअली मान्य नहीं किया जाएगा. मुख्य चिकित्साधिकारी (सीएमओ) की तरफ से तय किया गया डॉक्टरों का पैनल स्वयं स्वास्थ्य प्रमाण पत्र अपलोड करेगा. इसके बाद ही रिनुअल लाइसेंस अप्रूव हो पाएगा. इस संबंध में लखनऊ के जिलाधिकारी के साथ परिवहन विभाग के अधिकारियों ने बैठक की. डीएम ने इस संबंध में सीएमओ को डॉक्टरों का पैनल तय करने का आदेश जारी किया है.


जल्द लागू की जाएगी व्यवस्था : लखनऊ के एआरटीओ (प्रशासन) प्रदीप कुमार सिंह का कहना है कि ऑनलाइन व्यवस्थाओं को फूलप्रूफ करने की दिशा में यह कदम अहम है. डॉक्टरों को सारथी पोर्टल की एक लॉग इन आईडी और पासवर्ड दिया जाएगा. डॉक्टरों की सूची जारी होने के बाद इसे अनिवार्य कर दिया जाएगा.

व्यवस्था में भी बदलाव : डीएल रिन्यूअल के दौरान डॉक्टर की ओर से उम्र के मुताबिक जारी स्वास्थ्य प्रमाण पत्र की आवश्यकता होती है. इसके पीछे मकसद होता है कि रिन्यूअल के समय आवेदक को स्वास्थ्य संबंधी कोई दिक्कत तो नहीं है. अभी तक की व्यवस्था के अनुसार यह प्रमाण पत्र मैनुअल जमा होता था, अब चूंकि आरटीओ की सेवाओं को ऑनलाइन किया जा रहा है, इसी क्रम में इस व्यवस्था में भी बदलाव किया गया है. अब डॉक्टर की ओर से जारी स्वास्थ्य प्रमाण पत्र को भी ऑनलाइन ही जमा करना होगा. इसमें किसी प्रकार की धांधली न हो इसके लिए सीएमओ की तरफ से डॉक्टरों का पैनल निर्धारित किया जाएगा. इन निर्धारित डॉक्टरों को आरटीओ की ओर से एक लॉग इन आइडी और पासवर्ड दिया जाएगा. ये निर्धारित डॉक्टर ही आवेदक के स्वास्थ्य की जांच करेंगे और उसकी रिपोर्ट वेबसाइट पर अपलोड करेंगे. उसके बाद ही ड्राइविंग लाइसेंस जारी हो पाएगा.

12 डॉक्टरों के पैनल पर विचार : अधिकारियों के मुताबिक, इस नई व्यवस्था के तहत लगभग 12 डॉक्टरों का पैनल होगा. सीएमओ की तरफ से जब इन डॉक्टरों का निर्धारण हो जाएगा तो ऑनलाइन व्यवस्था लागू कर दी जाएगी. साथ ही आवेदकों की जानकारी के लिए डॉक्टर किस अस्पताल में कहां बैठते हैं, इसकी भी डिटेल जारी की जाएगी, जिससे आवेदकों को किसी प्रकार की समस्या न हो.



यह भी पढ़ें : कानपुर में RTO कार्यालय के अंदर एकजुट हुए व्यापारी, अफसरों के खिलाफ हल्ला बोल

यह भी पढ़ें : अब टैक्स जमा कराने में 'अमीन' की मदद लेगा परिवहन विभाग, अब तक 355 आवेदकों ने जमा किया 1.15 करोड़ रुपये

लखनऊ: आसानी से हासिल हो जाने वाले ड्राइविंग लाइसेंस पाने की राह आने वाले दिनों में काफी कठिन होगी. डीएल के नवीनीकरण की प्रक्रिया और सख्त की जाएगी. डीएल रिन्यूअल में लगने वाला हेल्थ सर्टिफिकेट अब मैनुअली मान्य नहीं किया जाएगा. मुख्य चिकित्साधिकारी (सीएमओ) की तरफ से तय किया गया डॉक्टरों का पैनल स्वयं स्वास्थ्य प्रमाण पत्र अपलोड करेगा. इसके बाद ही रिनुअल लाइसेंस अप्रूव हो पाएगा. इस संबंध में लखनऊ के जिलाधिकारी के साथ परिवहन विभाग के अधिकारियों ने बैठक की. डीएम ने इस संबंध में सीएमओ को डॉक्टरों का पैनल तय करने का आदेश जारी किया है.


जल्द लागू की जाएगी व्यवस्था : लखनऊ के एआरटीओ (प्रशासन) प्रदीप कुमार सिंह का कहना है कि ऑनलाइन व्यवस्थाओं को फूलप्रूफ करने की दिशा में यह कदम अहम है. डॉक्टरों को सारथी पोर्टल की एक लॉग इन आईडी और पासवर्ड दिया जाएगा. डॉक्टरों की सूची जारी होने के बाद इसे अनिवार्य कर दिया जाएगा.

व्यवस्था में भी बदलाव : डीएल रिन्यूअल के दौरान डॉक्टर की ओर से उम्र के मुताबिक जारी स्वास्थ्य प्रमाण पत्र की आवश्यकता होती है. इसके पीछे मकसद होता है कि रिन्यूअल के समय आवेदक को स्वास्थ्य संबंधी कोई दिक्कत तो नहीं है. अभी तक की व्यवस्था के अनुसार यह प्रमाण पत्र मैनुअल जमा होता था, अब चूंकि आरटीओ की सेवाओं को ऑनलाइन किया जा रहा है, इसी क्रम में इस व्यवस्था में भी बदलाव किया गया है. अब डॉक्टर की ओर से जारी स्वास्थ्य प्रमाण पत्र को भी ऑनलाइन ही जमा करना होगा. इसमें किसी प्रकार की धांधली न हो इसके लिए सीएमओ की तरफ से डॉक्टरों का पैनल निर्धारित किया जाएगा. इन निर्धारित डॉक्टरों को आरटीओ की ओर से एक लॉग इन आइडी और पासवर्ड दिया जाएगा. ये निर्धारित डॉक्टर ही आवेदक के स्वास्थ्य की जांच करेंगे और उसकी रिपोर्ट वेबसाइट पर अपलोड करेंगे. उसके बाद ही ड्राइविंग लाइसेंस जारी हो पाएगा.

12 डॉक्टरों के पैनल पर विचार : अधिकारियों के मुताबिक, इस नई व्यवस्था के तहत लगभग 12 डॉक्टरों का पैनल होगा. सीएमओ की तरफ से जब इन डॉक्टरों का निर्धारण हो जाएगा तो ऑनलाइन व्यवस्था लागू कर दी जाएगी. साथ ही आवेदकों की जानकारी के लिए डॉक्टर किस अस्पताल में कहां बैठते हैं, इसकी भी डिटेल जारी की जाएगी, जिससे आवेदकों को किसी प्रकार की समस्या न हो.



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