ETV Bharat / state

बहन ने दिया भाई को नया जीवन, अपना लिवर देकर बचाई भाई की जान - REKHA GURJAR DONATING LIVER

author img

By ETV Bharat Delhi Team

Published : Jun 1, 2024, 2:52 PM IST

ग्रेटर नोएडा की रहने वाली एक महिला ने अपने बड़े भाई का लीवर खराब होने पर अपने लीवर का हिस्सा देकर उसकी जान बचाई है. चिकित्सकों ने इसका सफल ट्रांसप्लांट कर दिया है अब दोनों स्वस्थ हैं.

Etv Bharat
बहन ने दिया भाई को नया जीवन (Etv Bharat)

नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा: कहते हैं कि भाई बहन का प्यार व रिश्ता इस दुनिया में सबसे अनमोल होता है. भाई-बहन के प्रेम की तो कई मिसालें कायम है. एक ऐसी ही मिसाल कायम की है ग्रेटर नोएडा की रहने वाली रेखा गुर्जर ने जिसने अपने भाई के प्राणों की रक्षा की ओर उसे जीवनदान दिया. पेशे से समाज सेवी रेखा ने अपने भाई को लीवर देकर भाई बहन के रिश्ते की एक मिसाल पेश की है.

रेखा के परिवार की कहानी बहुत पीड़ा दायक है. मार्च 2024 में उनके छोटे भाई कमलकांत को लीवर की परेशानी हुई, जिसके लिए डॉक्टरों ने लीवर ट्रांसप्लांट के लिए बोला. रेखा ने अपना लीवर डोनेट करने के लिए सारे टेस्ट करा लिए. इसके बाद जब 18 मार्च को लीवर ट्रांसप्लांट होना था तभी 17 मार्च की सुबह कमलकांत इस दुनिया को छोड़कर चले गए. जिससे पूरे परिवार पर दुख के बादल छा गए.

परिवार अभी कमलकांत के दुख से उभरा भी नहीं था कि 15 दिन के बाद ही रेखा के बड़े भाई प्रदीप कुमार को अचानक से हर्निया की परेशानी हुई. बाद जब वह मेट्रो हॉस्पिटल में अपना हर्निया का ऑपरेशन करने गए तो डॉक्टरों ने अचानक उनको लिवर की समस्या बताई और कहां की जल्दी से जल्दी आप अपना लीवर ट्रांसप्लांट करा लीजिए. अप्रैल 2024 के पहले सप्ताह में ही परिवार उसी स्थिति में आ गया जो स्थिति उनकी मार्च में थी. भाई की जान बचाने के लिए रेखा ने अपना फर्ज निभाते हुए 23 अप्रैल को अपना लीवर डोनेट किया और अपने भाई के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाई.

ऑपरेशन के 12 दिन बाद रेखा घर आ गई. अभी 3 महीने के लिए वह बेड रेस्ट पर हैं. 21 दिन बाद उनके भाई प्रदीप कुमार को डॉक्टरों ने अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया. दोनों भाई-बहन स्वस्थ हैं. रेखा गुर्जर ने बताया कि हर बहन के लिए उसका भाई अपनी जान से ज्यादा महत्व रखता है उसके लिए बहन कुछ भी कर सकती हैं. तो इसी तरह मैने भी अपने भाई के प्रति अपना फर्ज और अपनी जिम्मेदारी निभाई है.

यह भी पढ़ें- ड्यूटी पर हादसे के बाद से पौने दो साल से कोमा में हैं हेड कांस्‍टेबल, र‍िटायरमेंट सम्‍मान देने घर पहुंचे अफसर

नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा: कहते हैं कि भाई बहन का प्यार व रिश्ता इस दुनिया में सबसे अनमोल होता है. भाई-बहन के प्रेम की तो कई मिसालें कायम है. एक ऐसी ही मिसाल कायम की है ग्रेटर नोएडा की रहने वाली रेखा गुर्जर ने जिसने अपने भाई के प्राणों की रक्षा की ओर उसे जीवनदान दिया. पेशे से समाज सेवी रेखा ने अपने भाई को लीवर देकर भाई बहन के रिश्ते की एक मिसाल पेश की है.

रेखा के परिवार की कहानी बहुत पीड़ा दायक है. मार्च 2024 में उनके छोटे भाई कमलकांत को लीवर की परेशानी हुई, जिसके लिए डॉक्टरों ने लीवर ट्रांसप्लांट के लिए बोला. रेखा ने अपना लीवर डोनेट करने के लिए सारे टेस्ट करा लिए. इसके बाद जब 18 मार्च को लीवर ट्रांसप्लांट होना था तभी 17 मार्च की सुबह कमलकांत इस दुनिया को छोड़कर चले गए. जिससे पूरे परिवार पर दुख के बादल छा गए.

परिवार अभी कमलकांत के दुख से उभरा भी नहीं था कि 15 दिन के बाद ही रेखा के बड़े भाई प्रदीप कुमार को अचानक से हर्निया की परेशानी हुई. बाद जब वह मेट्रो हॉस्पिटल में अपना हर्निया का ऑपरेशन करने गए तो डॉक्टरों ने अचानक उनको लिवर की समस्या बताई और कहां की जल्दी से जल्दी आप अपना लीवर ट्रांसप्लांट करा लीजिए. अप्रैल 2024 के पहले सप्ताह में ही परिवार उसी स्थिति में आ गया जो स्थिति उनकी मार्च में थी. भाई की जान बचाने के लिए रेखा ने अपना फर्ज निभाते हुए 23 अप्रैल को अपना लीवर डोनेट किया और अपने भाई के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाई.

ऑपरेशन के 12 दिन बाद रेखा घर आ गई. अभी 3 महीने के लिए वह बेड रेस्ट पर हैं. 21 दिन बाद उनके भाई प्रदीप कुमार को डॉक्टरों ने अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया. दोनों भाई-बहन स्वस्थ हैं. रेखा गुर्जर ने बताया कि हर बहन के लिए उसका भाई अपनी जान से ज्यादा महत्व रखता है उसके लिए बहन कुछ भी कर सकती हैं. तो इसी तरह मैने भी अपने भाई के प्रति अपना फर्ज और अपनी जिम्मेदारी निभाई है.

यह भी पढ़ें- ड्यूटी पर हादसे के बाद से पौने दो साल से कोमा में हैं हेड कांस्‍टेबल, र‍िटायरमेंट सम्‍मान देने घर पहुंचे अफसर

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.