लखनऊ: उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम को जल्द ही बड़ी संख्या में नए कंडक्टर नियुक्त किये जाएंगे. कंडक्टरों की भर्ती के लिए वैकेंसी निकाली गयी थी, इसमें बड़ी संख्या में आवेदकों ने आवेदन किया. प्रदेश के विभिन्न डिपो के लिए यह भर्ती निकाली गई है. लखनऊ रीजन की बात करें तो यहां 111 परिचालकों की भर्ती हो रही है. वर्तमान में लखनऊ रीजन के विभिन्न डिपो में कंडक्टरों की काफी कमी है. कंडक्टर होने से कई बार बसें वर्कशॉप में ही खड़ी रह जाती हैं. इससे यूपीएसआरटीसी को घाटा उठाना पड़ता है और लोगों की नजर में परिवहन निगम की छवि भी धूमिल होती है.
परिचालकों के अभाव में बसें रूट पर न जाकर डिपो में ही खड़ी रह जाती हैं इससे परिवहन निगम को तो नुकसान होता ही है रोड पर बस के इंतजार में खड़े यात्रियों को भी समय पर बस नहीं मिल पाती है, लेकिन अब आने वाले दिनों में ऐसा नहीं होगा. परिचालकों के अभाव में डिपो में बसें खड़ी नहीं होंगी. समय पर यात्रियों को रूट पर बसें मिलेंगी और रोडवेज की इनकम बढ़ेगी. दरअसल, उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम ने प्रदेश के सभी डिपो में आउटसोर्स कंडक्टरों की भर्ती प्रक्रिया जारी है.
भर्ती प्रक्रिया शुरू: परिवहन निगम के अधिकारियों ने बताया कि रोजगार एवं सेवायोजन की तरफ से नौकरी के लिए इच्छुक अभ्यर्थियों को शैक्षिक योग्यता प्रमाण पत्र चेक कराने के लिए गोमती नगर के अंबिका टावर में भेजा जा रहा है. 15 जुलाई से लेकर 23 जुलाई तक शैक्षिक योग्यता प्रमाण पत्र का सत्यापन किया जा रहा है. इसके बाद मेरिट बनेगी और मेरिट में सफल अभ्यर्थी सिक्योरिटी जमा कर रोडवेज में आउटसोर्स परिचालक नियुक्त हो जाएंगे.
रोजाना 60 आवेदकों को शैक्षिक योग्यता प्रमाण पत्र चेक करने के लिए बुलाया जा रहा है. 23 जुलाई तक ये प्रक्रिया चलेगी इसके बाद 111 परिचालकों के लिए मेरिट तैयार की जाएगी. सफल अभ्यर्थियों को अपनी सिक्योरिटी जमा करनी होगी और फिर रोडवेज में उनकी नौकरी शुरू हो जाएगी. अधिकारी बताते हैं कि अगस्त के पहले सप्ताह तक हरहाल में यह प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी.
क्या कह रहे हैं अधिकारी: उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम लखनऊ रीजन के क्षेत्रीय प्रबंधक आरके त्रिपाठी का कहना है कि लखनऊ में कंडक्टरों की कमी के चलते कई बार बसों का संचालन नहीं हो पाता. कंडक्टरों की आवश्यकता महसूस की जा रही थी. इसी को देखते हुए भर्ती प्रक्रिया शुरू की गई है. उम्मीद है कि अगस्त के पहले सप्ताह तक लखनऊ रीजन को नए परिचालक मिल जाएंगे. इसके बाद बसों का संचालन समय पर हो सकेगा. यात्रियों को सुविधा मिलेगी.
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