चित्तौड़गढ़. मेवाड़ के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल सांवरिया सेठ मंदिर की ख्याति न सिर्फ मेवाड़ और राजस्थान बल्कि देश के विभिन्न इलाकों तक पहुंच गई है. लाखों लोग भगवान के दर्शन करने आते हैं. इसी का परिणाम है कि हर महीने चढ़ावा राशि का आंकड़ा करोड़ों तक पहुंचता है. इस कड़ी में गुरुवार को भी मंदिर की दानपेटी खोली गई, जिसमें अब तक के सारे रिकॉर्ड टूट गए. मंदिर के इतिहास में अब तक सबसे बड़ा दान निकला है, जो करीब साढ़े 18 करोड़ रुपए पाया गया है. इसके अलावाकरीब आधा किलो सोना और एक क्विंटल चांदी भी भक्तों की ओर से चढ़ाई गई थी.
राजभोग आरती के बाद गुरुवार को भंडार राशि की गणना का काम शुरू हुआ, जो देर शाम तक चलता रहा. मंदिर मंडल के प्रशासनिक अधिकारी नंदकिशोर टेलर के अनुसार भंडारा दान पेटी से गुरुवार को 14 करोड़ 19 लाख 36110 रुपए प्राप्त हुए. इसी प्रकार दान पेटी में 560 ग्राम सोना और 17 किलो 413 ग्राम चांदी के आइटम निकले. उधर, भेंट कक्ष कार्यालय की राशि भी पहली बार रिकॉर्ड स्तर पर पहुंची और 4 करोड़ 36 लाख 50831 रुपए ऑनलाइन व मनी ऑर्डर और नकदी के रूप में प्राप्त की गई. भेंट कक्ष कार्यालय से 82 किलो 16 ग्राम चांदी और 303 ग्राम 830 मिलीग्राम सोने के आइटम प्राप्त हुए. दान पेटी और भेंट कक्षा कार्यालय की राशि मिलाकर 18 करोड़ 55 लाख 86,941 रुपए की राशि प्राप्त हुई जो मंदिर के अब तक के इतिहास में सर्वाधिक है.
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बता दें कि इस बार करीब डेढ़ महीने बाद 24 मार्च को होलिका दहन के दिन भंडारा खोला गया. पहले चरण में लगभग साढ़े 4 करोड़ की गिनती हुई थी. अगले दिन होली के अवकाश के चलते नोटों के बंडल बनाकर रख दिए गए थे. मंदिर मंडल के प्रशासनिक अधिकारी नंदकिशोर के अनुसार इससे पूर्व तीसरे चरण में एक करोड़ 5 लाख 50000 की गणना की गई. इस प्रकार तीसरे चरण में ही धन राशि 14 करोड़ हो गई थी. इससे पहले के दो चरणों में 13 करोड़ 1 लाख 80,000 रुपए चढ़ावा राशि के रूप में प्राप्त हुए थे.