जयपुर. पिंक सिटी में इंडियन प्रीमियर लीग और राजस्थान रॉयल्स की टीम को घरेलू मैदान पर खेलते हुए देखने का सपना फिलहाल मुश्किल भरी राह से गुजर रहा है. राजस्थान क्रिकेट संघ के पास अपना कोई क्रिकेट मैदान नहीं है, ऐसे में खेल परिषद के स्टेडियम में इस बार मुकाबला होगा, इसे लेकर फिलहाल सवाल खड़े हो रहे हैं. खेल परिषद के साथ आरसीए का MoU 21 फरवरी तक था. आरसीए के सचिव सोहनराम चौधरी के मुताबिक उच्च स्तर पर इस बारे में फैसला लिया जाना है, फिलहाल आज की तारीख में समझौता खत्म हो चुका है. करार को आगे बढ़ाने को लेकर RCA की ओर से कोई पहल नहीं हुई है. इस वजह से आईपीएल के मुकाबले जयपुर में होंगे, इस पर भी संकट के बादल मंडराने लगे हैं.
इस बार प्रस्ताव पर नहीं हुआ फैसला : खेल परिषद से राजस्थान क्रिकेट संघ सवाई मानसिंह स्टेडियम को लेकर हर 5 साल के लिए समझौता करता है. इस समझौते के आगे बढ़ाने की सिलसिले में करीब दो हफ्ते पहले एक प्रस्ताव खेल परिषद को भेजा गया था, जिस पर अभी तक कोई फैसला नहीं हुआ है. ऐसे में माना जा रहा है कि एंडहॉक कमेटी का गठन किया जा सकता है.
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लगातार जयपुर में होते रहे हैं विवाद : इंडियन प्रीमियर लीग के पहले मुकाबले से ही राजस्थान रॉयल्स के घरेलू मैदान के रूप में राजस्थान क्रिकेट संघ का सवाई मानसिंह स्टेडियम उपयोग में आता रहा है. इस दौरान जयपुर की पिच और खेल सुविधाएं भी विश्व स्तरीय रही थी, परंतु सबसे पहले ललित मोदी विवाद को लेकर आरसीए में क्रिकेट के मुकाबले नहीं हुए और जयपुर की खेल प्रेमियों के हाथ निराशा लगी. इसके बाद बीसीसीआई और आरसीए में लगातार स्थायित्व को लेकर मतभेद रहे और राजस्थान में आयोजन नहीं हो सके. पिछले सीजन में भी जयपुर में आठ मुकाबलों का आयोजन किया गया था, जबकि बाकी के मुकाबले गुवाहाटी में खेले गए थे. लिहाजा एक बार फिर MoU की शर्तों के आगे गुलाबी शहर में पिंक ड्रेस पहने हुए रॉयल्स का जलवा देखने की चाहत रखने वाले क्रिकेट फैंस निराश हो सकते हैं.
चोंप में आरसीए बना रहा है स्टेडियम : राजधानी के नजदीक चोंप में राजस्थान क्रिकेट संघ अपना खुद का स्टेडियम बना रहा है, जो कि दर्शक क्षमता के हिसाब से विश्व का तीसरा बड़ा स्टेडियम होगा और भारत का दूसरा स्टेडियम होगा. पहले दौर में इसकी दर्शक क्षमता करीब 45,000 की होगी, जो की दूसरे चरण में बढ़कर 30,000 और जोड़ने के साथ 75,000 की हो जाएगी. इस स्टेडियम के निर्माण में करीब 630 करोड़ रुपए की लागत आएगी, फिलहाल इस स्टेडियम का काम भी अधर में है.