अल्मोड़ा: आज पूरे देश में दशहरा पर्व पर रावण दहन किया जा रहा है. इसी क्रम में अल्मोड़ा में भी रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतलों का दहन किया गया. दहन से पहले रावण के परिवार के 17 कलात्मक पुतलों की शोभायात्रा ढोल-नगाड़ों के साथ निकाली गई. इस दशहरा महोत्सव को देखने के लिए देश-विदेश से पर्यटक यहां पहुंचते हैं.
रावण समेत 17 पुतलों का दहन: बता दें कि इस वर्ष अल्मोड़ा दशहरा समिति के तत्वावधान में स्थानीय कलाकारों ने रावण, मेघनाद, अक्षय कुमार, तड़का और मारीच सहित अनेक पुतले बनाए थे. इस बार स्थानीय स्टेडियम में रावण दहन की अनुमति नहीं मिलने के कारण एसएसजे परिसर के जूलॉजी मैदान में रावण दहन किया गया.
सांस्कृतिक टीम ने दी शानदार प्रस्तुति: दशहरा समिति के अध्यक्ष अजीत कार्की ने कहा कि इस वर्ष रावण समेत उसके परिवार के 17 लोगों का पुतला बनाया गया था, जिसमें रावण, कुंभकर्ण, मेघनाद, अक्षय कुमार, तड़का और मारीच के पुतले शामिल हैं. उन्होंने कहा कि रावण दहन से पहले भव्य शोभायात्रा निकाली गई. साथ ही हर जिले से सांस्कृतिक टीम को बुलाया गया है.
विधायक मनोज तिवारी ने दशहरा पर्व की दी बधाई: विधायक मनोज तिवारी ने सभी को दशहरा पर्व की बधाई देते हुए कहा कि इस बार रावण दहन करने और सांस्कृतिक कार्यक्रम करने में परेशानी आई है, उसके लिए सभी ने तय किया है कि यह कार्यक्रम अगले साल जीआईसी अल्मोड़ा के मैदान में कराया जाएगा. इस संबंध में उन्होंने मुख्यमंत्री से पूर्व में निर्धारित सड़क का रास्ता बनाने की मांग की है.
जीआईसी के मैदान में होगा अगला पुतला दहन: राज्य परिवहन मंत्री अजय टम्टा ने कहा कि अल्मोड़ा का दशहरा और रामलीला ऐतिहासिक है. अगले साल रावण और उसके परिवार के पुतलों का दहन जीआईसी के मैदान में होगा. वहां तक सड़क बनाने के लिए डीपीआर बनाने को कहा गया है, जल्द इसका समाधान किया जाएगा.
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