कवर्धा: पंडरिया के दशहरा मैदान रावण दहन के साथ राम रावण के युद्ध का भी आयोजन किया गया. बड़ी संख्या में लोग पंडरिया के दशहरा मैदान में रावण दहन देखने के लिए पहुंचे. रावण दहन के आयोजन से पहले श्री राम लीला रंगमंच ने भव्य कीर्तिन का आयोजन किया. कीर्तन के बाद एक शानदार शोभा यात्रा भी निकाली गई जिसमें रामजी की सेना शामिल हुई. शोभा यात्रा महामाया चौक से हुए होते हुए दशहरा मैदान पहुंची. शोभा यात्रा जब दशहरा मैदान पहुंची तो वहां पर भगवान राम, लक्ष्मण और हनुमान जी का पूजन किया गया. पूजन के बाद रामजी अपनी सेना के साथ मैदान के चारों और घूमे.
रामजी ने किया रावण का वध: दशकों से पंडरिया में एक अनोखी परंपरा चला आ रही है. परंपरा के मुताबिक रावण दहन के दिन लोग एक दूसरे को सोन वृक्ष की पत्ती शुभ संदेश के साथ भेंट करते हैं.
रावण दहन के दौरन भी लोगों ने दशहरा मैदान पर एक दूसरे को सोन वृक्ष की पत्ती देकर विजय पर्व की बधाई दी. सबसे ज्यादा लोगों ने रावण रावण युद्ध का आनंद लिया. आतिशबाजी को आनंद सबसे ज्यादा बच्चों ने उठाया. कुंडा में होने वाले रावण दहन में आतिशबाजी खूब बढ़िया होती है. लोग आतिशबाजी का आनंद लेने के लिए भी बड़ी संख्या में यहां पहुंचते हैं.
कवर्धा में धूमधाम से मनाया गया विजयादशमी का त्योहार: पूरे कवर्धा में कई जगहों पर रावण दहन का आयोजन किया गया. रावण दहन के आयोजन को लेकर जिले भर में सुरक्षा के चाक चौबंद इंतजाम किए गये थे. पुलिस ने भी लोगों से शांतिपूर्वक त्योहार मनाने की अपील जारी की थी.
धमतरी में 40 फीट के रावण का हुआ दहन: धमतरी के रामलीला मैदान में नगर निगम ने रावण दहन का आयोजन किया. रावण दहन के लिए यहां 40 फीट का पुतला बनाया गया था. रावण दहन को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग रामलीला मैदान पहुंचे थे. रावण दहन के साथ आतिशबाजी का भी आयोजन किया गया था. नगर निगम के प्रभारी आयुक्त पीसी सार्वा ने बताया कि इस बार के दशहरे के लिये सभी अतिथियों को आमंत्रित किया गया था. कार्यक्रम को सफल करने के लिए तैयारी की गई थी. इस बार रावण का वध करने के लिए पुतले के ऊपर रॉकेट से वार और नाभी स्थल पर चक्र बनाया गया था.