रतलाम। देश के सबसे गर्म शहरों की सूची में मध्य प्रदेश के कई जिले शामिल होते जा रहे हैं. ग्वालियर, दतिया के बाद अब रतलाम भी भट्टी की तरह तप रहा है. जिले में लगातार 3 दिनों से तापमान 45 डिग्री के पार बना हुआ है. भीषण गर्मी का असर पशु पक्षियों पर भी दिख रहा है. शहर के कई क्षेत्रों में पक्षी मृत अवस्था में मिले हैं. बीते 2 दिनों में दर्जनों पक्षियों की मौत हो चुकी है. पशु पक्षी प्रेमियों और संस्थाओं ने आम लोगों से पशु और पक्षियों के लिए पीने के पानी एवं आश्रय की व्यवस्था किए जाने की अपील भी की है.
रतलाम का तापमान 45 डिग्री पहुंचा
दरअसल, मध्य प्रदेश के अधिकांश जिले इन दिनों भीषण गर्मी और लू की चपेट में है. पिछले तीन दिनों से रतलाम सहित मंदसौर, नीमच और झाबुआ में तापमान 45 डिग्री के पार बना हुआ है. 21 मई को रतलाम शहर देश के सबसे गर्म शहरों की सूची में पांचवें नंबर पर पहुंच गया. भीषण गर्मी का असर आम लोगों पर तो पड़ ही रहा है. पशु और पक्षी भी इससे प्रभावित हो रहे हैं.
गर्मी से मर रहे पक्षी
रतलाम के डीआरपी लाइन, नगर निगम परिसर, अमृत सागर तालाब गार्डन और अन्य रिहायशी क्षेत्रों में पक्षी अचानक जमीन पर गिर कर दम तोड़ रहे हैं. पर्यावरण के जानकार खुशाल सिंह पुरोहित का कहना है कि "पेड़ों की अंधाधुन कटाई और सड़कों के सीमेंटीकरण से मालवा क्षेत्र में अब शाम और रात भी गर्म रहने लगी है. क्षेत्र में पेड़ की कमी होने के चलते पक्षियों के आश्रय स्थल भी कम हो गए हैं. मालवा में बढ़े तापमान की वजह से पक्षियों की मौत हो रही है."
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पक्षियों को बचाने के लिए उठाए ये कदम
पशु पक्षी प्रेमियों और विभिन्न संस्थाओं ने आम जनता से अपील करते हुए कहा कि "भीषण गर्मी से पक्षियों को मरने से बचाने के लिए पीने के पानी और दाने की व्यवस्था सभी को करनी चाहिए. पक्षियों के बैठने के लिए छायादार स्थान व आश्रय लेने की व्यवस्था भी की जानी चाहिए. पशु पक्षी प्रेमियों और विभिन्न संस्थाओं ने आम लोगों से घर के बाहर, छत और बालकनी में पक्षियों के लिए पानी के सकोरे और दाने की व्यवस्था करने की अपील की है. वहीं, सोशल मीडिया पर भी पशु पक्षियों को भीषण गर्मी से बचने की मुहिम शुरू की गई है.