Ratlam Satta Bazaar Prediction: लोकसभा चुनाव 2024 के अंतिम चरण में 1 जून को मतदान होना है. तमाम एग्जिट पोल 1 जून की शाम से आना शुरू होंगे. लेकिन रतलाम के सट्टा बाजार से चुनावी परिणाम को लेकर आंकड़े आना शुरू हो गए हैं. यहां रतलाम-झाबुआ लोकसभा सीट से लेकर लोकसभा के फाइनल आंकड़े और भाजपा के चार सौ पार के आंकड़े पर भी जमकर दांव लगाए जा रहे है.
बीजेपी को मिल रही बंपर जीत
रतलाम का सट्टा बाजार देश में एक बार फिर भाजपा और एनडीए की बहुमत के साथ सरकार बनते हुए दिखा रहा है. वहीं, रतलाम लोकसभा सीट पर भी भाजपा को जीत मिलते दिखाई दे रही है. इस सीट पर कांग्रेस की जीत को लेकर कोई दांव लगाने को तैयार नहीं है.
400 के करीब पहुंच सकती है बीजेपी?
रतलाम सट्टा बाजार के बुकीयों के अनुसार भाजपा पश्चिमी मध्य प्रदेश में क्लीनस्वीप करने जा जा रही है. जिसमें इंदौर, धार, रतलाम, मंदसौर लोकसभा सीट शामिल है. मध्य प्रदेश की 29 में से 28 सीटों पर भाजपा को जीत मिलने का आकलन यहां के सट्टेबाजों का है. खासबात यह है कि छिंदवाड़ा सीट पर कांग्रेस को मजबूत जरूर माना जा रहा है लेकिन कोई कांग्रेस पर दांव लगाने को तैयार नहीं है. गुजरात और राजस्थान में भाजपा को 2- 2 सीटों का नुकसान उठाना पड़ सकता है. वहीं, उत्तर प्रदेश और बिहार में आंकड़े 2019 की तरह ही रहने की संभावना है. पूरे देश में भाजपा को 300 से 315 सीट मिल सकती है. वहीं भाजपा सहित एनडीए को 350 से 370 सीट मिलने का आकलन सट्टेबाजों का है. वहीं, कांग्रेस को 60 प्लस और इंडी गठबंधन को 140 से 160 तक सीट मिलने का अनुमान रतलाम के सट्टा बाजार ने लगाया है.
किस बात का लग रहा सट्टा
रतलाम के सट्टा बाजार में स्थानीय लोग रतलाम-झाबुआ लोकसभा सीट पर हार और जीत पर दांव लग रहे हैं. वहीं मध्य प्रदेश में भाजपा के मिशन 29 पर भी जमकर सट्टेबाजी हो रही है. लोकसभा चुनाव के फाइनल आंकड़े यानी भाजपा-एनडीए को कितनी सीट और कांग्रेस इंडिया गठबंधन को कितनी सीटें मिलने जा रही हैं, इस पर भी सट्टा लगने जा रहा है. इसके साथ ही T20 क्रिकेट की तर्ज पर सीटों की संख्या के सेशन पर भी दांव लगाए जा रहे है. यह सेशन हर घंटे और हर दिन बदलता रहता है.
किसका कितना भाव?
रतलाम सट्टा बाजार में मध्य प्रदेश की रतलाम झाबुआ, राजगढ़ सीट पर भाजपा की जीत के रेट 40 पैसे और 30 पैसे खोले गए हैं. मतलब भाजपा को यहां जीत मिलने जा रही है. इन सीटों पर कांग्रेस के आदिवासी नेता कांतिलाल भूरिया और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर दांव लगाने में यहां सट्टेबाजों की रुचि नहीं है. हालांकि, सट्टा बाजार की नजर में भाजपा का 370 और एनडीए के 400 पार होने का लक्ष्य पूरा होता दिखाई नहीं दे रहा है और इसपर भी सट्टेबाजी लग रही है.
(Disclaimer: रतलाम सट्टा बाजार के आंकड़े सिर्फ अनुमान पर आधारित हैं. ईटीवी भारत इन आकंड़ों की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है.)