रतलाम: पुलिस ने साइबर ठगी और डिजिटल अरेस्ट जैसे मामलों में पीड़ितों को तत्काल मदद करने के लिए साइबर हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं. साइबर हेल्पलाइन डेस्क साइबर ठगी के शिकार हुए लोगों के कॉल पर तत्काल रिस्पांस करेगी और फ्रॉड किए गए रुपए को रिकवर करने में भी मदद करेगी. खासकर डिजिटल अरेस्ट के मामले में पीड़ित को तत्काल मदद साइबर टीम से मिलेगी. जिसकी मदद से डिजिटल अरेस्ट व्यक्ति को होने वाले आर्थिक नुकसान को रोका जा सकेगा. रतलाम पुलिस ने हेल्पलाइन नंबर 7049127420 जारी कर दिया है. जिस पर लोग साइबर ठगी या डिजिटल अरेस्ट की स्थिति में कॉल कर तत्काल मदद पा सकते हैं.
साइबर सुरक्षा ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर
रतलाम एसपी अमित कुमार ने बताया कि "साइबर ठगी से बचाव या शिकायत के लिए राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा हेल्पलाइन 1930 उपलब्ध है. इसके साथ ही रतलाम पुलिस द्वारा डिजिटल अरेस्ट और साइबर ठगी के मामले में तत्काल कार्रवाई के लिए हेल्पलाइन नंबर 7049127420 जारी किया है. जहां साइबर डेस्क ठगी का शिकार हुए या डिजिटल अरेस्ट का शिकार हुए लोगों की शिकायत पर तत्काल कार्रवाई कर उन्हें होने वाले संभावित आर्थिक नुकसान से बचाएगी.
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि डिजिटल अरेस्ट या साइबर ठगी से संबंधित संदिग्ध फोन, मैसेज या व्हाट्सएप्प कॉल आने पर यदि व्यक्ति साइबर डेस्क से संपर्क करेगा तो उन्हें तत्काल ही इससे बचाव की सलाह मिलेगी. यदि बैंक अकाउंट से रुपए ठगी कर ट्रांसफर भी कर लिए गए हैं, तो उन्हें रिकवर करने में भी साइबर हेल्प डेस्क पीड़ित व्यक्ति की मदद करेगी."
- ऑनलाइन जाल में लुटी जिंदगी भर की कमाई, 41 लाख की ठगी, प्रिंसिपल डिजिटल अरेस्ट
- 'डिजिटल अरेस्ट जैसा कोई शब्द नहीं', इंदौर पुलिस कमिश्नर ने जारी की एडवाइजरी
रतलाम में इस हेल्पलाइन नंबर पर करें संपर्क
आमतौर पर देखा गया है कि साइबर ठगी या डिजिटल अरेस्ट के मामले में पीड़ित व्यक्ति शिकायत करने में लेट हो जाता है, या उसे जानकारी ही नहीं होती है कि इससे संबंधित शिकायत कहां और किस नंबर पर करें, लेकिन अब साइबर धोखाधड़ी का शिकार हुए लोग रतलाम पुलिस के साइबर हेल्पलाइन नंबर 7049127420 पर भी संपर्क कर शिकायत दर्ज कर सकेंगे. यह हेल्पलाइन नंबर रतलाम पुलिस द्वारा साइबर अपराधों को रोकने और पीड़ितों को त्वरित मदद पहुंचाने के लिए शुरू किया गया है.