धमतरी: रथ यात्रा 7 जुलाई को मनाई जाएगी. रथयात्रा की तैयारियां शुरू हो गई है. धमतरी में 106 साल से भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा निकाली जा रही है. यहां पर महोत्सव के रूप में रथ यात्रा पर्व को मनाया जाता है, जिसकी शुरुआत हो चुकी है. शनिवार को भगवान जगन्नाथ को स्नान करवाया गया. मान्यता के अनुसार भगवान जगन्नाथ स्नान के बाद अस्वस्थ हो जाते हैं और क्वॉरेंटाइन में चले जाते हैं. अब 6 जुलाई को भगवान जगन्नाथ भक्तों को दर्शन देंगे.
भगवान जगन्नाथ का किया गया महास्नान: धमतरी के जगदीश मंदिर के पुजारी बाल कृष्ण शर्मा ने ईटीवी भारत से कहा, "ओडिशा के कलाकारों द्वारा भगवान बलभद्र, माता सुभद्रा और प्रभु जगन्नाथ स्वामी को नए स्वरूप में तैयार किया जाता है. उसके बाद प्राण प्रतिष्ठा के बाद भगवान जगन्नाथ भक्तों को दर्शन देते हैं.धमतरी में रथयात्रा महोत्सव का विधिवत शुभारंभ महाप्रभु के महास्नान के साथ हुआ. इस मौके पर विशेष पूजा-अर्चना के साथ ही धमतरी में मठमंदिर चौक स्थित भगवान जगन्नाथ मंदिर में विविध कार्यक्रम भी आयोजित हुए."
7 जुलाई को भगवान जगन्नाथ की विशेष पूजा, महाआरती के बाद भव्य रथयात्रा निकाली जाएगी. इस बीच सैकड़ों क्विंटल विशेष भोग गजामूंग का प्रसाद वितरण किया जाएगा. रथयात्रा जगदीश मंदिर से शुरु होगी, जो मुख्यमार्ग से होते हुए विंध्यवासिनी मंदिर के बाजू जनकपुर में संपन्न होगी. ऐतिहासिक रथयात्रा में हजारों भक्त शामिल होकर अपनी आस्था प्रकट करेंगें. - दिलीप राज सोनी, मंदिर ट्रस्ट
6 जुलाई को भगवान देंगे भक्तों को दर्शन: धमतरी के श्री जगदीश मंदिर ट्रस्ट की ओर से रथयात्रा पर्व को महोत्सव के रुप में मनाया जा रहा है. इसका विधिवत शुभारंभ शनिवार को जगदीश मंदिर में स्थित महाप्रभु जगन्नाथ, माता सुभद्रा एवं भैय्या बलभद्र के महास्नान के साथ हुआ. महास्नान के दौरान आयोजित विशेष पूजा में बड़ी संख्या में भक्त शामिल हुए. मान्यता के अनुसार भगवान जगन्नाथ स्नान के बाद बीमार हो जाते है, जिसके बाद वह क्वॉरेंटाइन में चले गए हैं. अब वह 6 जुलाई को भक्तों को दर्शन देंगे. महोत्सव के अनुसार 2 जुलाई से महाप्रभु को औषिधीयुक्त काढ़ा दी जाएगी. 5 जुलाई तक भक्तों को भी काढ़ा वितरण किया जाएगा. 6 जुलाई को हवन, पूजन के साथ महाप्रभु भगवान जगन्नाथ की प्रतिमा का पुनः प्राण प्रतिष्ठा किया जाएगा.