जयपुर: राजस्थान प्रशासनिक सेवा के 2011 बैच के आरएएस अधिकारी महेंद्र प्रताप सिंह को केंद्र सरकार में बड़ी जिम्मेदारी मिली है. महेंद्र प्रताप को केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के अतिरिक्त निजी सचिव के रूप में जिम्मेदारी दी गई है. इसको लेकर कार्मिक विभाग ने गुरुवार को प्रतिनियुक्ति के आदेश जारी कर दिए हैं. महेंद्र प्रताप सिंह परिवहन आयुक्त सहित कई अहम पदों पर जिम्मेदारी संभाल चुके है, वर्तमान में पैरामेडिकल काउंसिल के रजिस्ट्रार के रूप में कार्य कर रहे थे.
टेरीटोरियल आर्मी में जाने वाले प्रदेश के पहले अधिकारी: पश्चिमी राजस्थान में भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर स्थित बाड़मेर जिले के रहने वाले राजस्थान प्रशासनिक सेवा के 2011 बैच के RAS अधिकारी महेंद्र प्रताप सिंह चुनिंदा काबिल अफसरों में गिने जाते हैं. वे टेरीटोरियल आर्मी में जाने वाले प्रदेश के पहले अधिकारी रहे हैं. महेंद्र प्रताप राजस्थान चाइल्ड राइट प्रोटेक्शन कमीशन में डिप्टी कमिश्नर, परिवहन उपायुक्त समेत कई प्रमुख पदों पर सेवाएं दे चुके हैं. हाल ही में गठित स्टेट अलाइड एंड हेल्थ केयर काउंसिल में उन्हें सचिव बनाया गया था. साथ ही चिकित्सा विभाग में निदेशक (अराजपत्रित) का भी अतिरिक्त जिम्मा संभाल रहे थे. राजस्थान प्रशासनिक सेवा के एकमात्र ऐसे अधिकारी हैं, जो टेरिटोरियल आर्मी में बतौर लेफ्टिनेंट के पद पर चयनित होकर अपनी सेवाएं दे रहे हैं.
आईआईएम अहमदाबाद के एकमात्र एलुमिनाई : आरएएस अधिकारी महेन्द्र प्रताप आईआईएम अहमदाबाद के भी एकमात्र एलुमिनाई है. महेन्द्र प्रताप सिंह इससे पहले सात सरकारी नौकरियां कर चुके हैं. वे बीएसएफ में असिस्टेंट कमांडेंट, राजस्थान पुलिस में एसआई के अलावा एसआई सीपीओ, सेंट्रल आईबी, एयरफोर्स जीडीओसी और पायलट टेस्ट जैसे कई मुकाम हासिल कर चुके हैं. सिंह वर्ष 2011 में प्रदेश की प्रथम श्रेणी की नौकरी राजस्थान प्रशासनिक सेवा परीक्षा में राज्यभर में 8वें नंबर की पोजिशन पर थे.
आर्मी में जाने का सपना था: बॉर्डर इलाके में रहने के कारण महेंद्र प्रताप का ख्वाब था कि वे आर्मी में जाएं. इसके लिए उन्होंने सीडीएस और एनडीए की तैयारी भी की, लेकिन किस्मत ने साथ नहीं दिया. इस पर वे हारे नहीं, बल्कि अपनी धुन में लगे रहे और कई सरकारी नौकरियों के पड़ाव पार करके आरएएस अधिकारी बने.