नई दिल्ली/गाजियाबाद: हिंदू धर्म में रंग पंचमी के त्यौहार का विशेष महत्व बताया गया है. होली के त्यौहार के पांचवें दिन रंग पंचमी का पर्व मनाया जाता है. शुक्रवार, 30 मार्च 2024 को रंग पंचमी का त्यौहार मनाया जाएगा. रंग पंचमी को कृष्ण पंचमी, देव पंचमी और श्री पंचमी के नाम से भी जाना जाता है. चैत्र महीने के कृष्ण पक्ष के पांचवें दिन रंग पंचमी का त्यौहार मनाया जाता है. रंग पंचमी पर देवी देवताओं की होली होती है. देश भर में रंग पंचमी का त्यौहार बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है.
आध्यात्मिक गुरु और ज्योतिषाचार्य शिवकुमार शर्मा बताते हैं कि मान्यताओं के मुताबिक रंग पंचमी के दिन भगवान श्री कृष्ण राधा रानी के साथ होली खेलते थे. रंग पंचमी के दिन भगवान श्री कृष्ण के साथ राधा रानी की पूजा करने का विधान है. धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक इस दिन भगवान कृष्ण के साथ राधा रानी पर गुलाल अर्पित करने से सभी प्रकार की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. मान्यता है कि रंग पंचमी के दिन देवी देवता आसमान से पुष्प वर्षा करते हैं.
० रंग पंचमी शुभ मुहूर्त
- चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि आरंभ: शुक्रवार, 29 मार्च 2024 को रात 08:20 बजे से शुरू होगी.
- चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि समाप्त: शनिवार, 30 मार्च 2024 को रात 09:13 बजे समाप्त होगी.
- उदया तिथि के अनुसार, शनिवार 30 मार्च 2024 को रंग पंचमी का त्यौहार मनाया जाएगा.
रंग पंचमी के दिन सुबह जल्दी उठ स्नान आदि से निवृत्त होकर साफ सुथरे वस्त्र पहने. घर के मंदिर की साफ सफाई कर चौकी पर लाल या पीला वस्त्र बिछाए. फिर भगवान कृष्ण और राधा रानी की मूर्ति की स्थापना करें. राधा रानी को अक्षत फूल, चंदन, फल, खीर, गुड़ आदि अर्पित करें. विधि विधान से भगवान कृष्ण और राधा रानी की पूजा करें. पूजा के बाद आरती करें.
नोट - खबर धार्मिक मान्यताओं और जानकारी पर आधारित है ईटीवी भारत खबर में दी गई किसी भी जानकारी के सटीक होने का दावा नहीं करता है किसी भी जानकारी को अमल मिलने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लेना आवश्यक है