रांचीः दुर्गा पूजा को लेकर रांची पुलिस पूरी तरह से अलर्ट मोड में है . बुधवार को इसे लेकर रांची पुलिस लाइन मैदान में उपद्रवी तत्वों से निपटने का मॉक ड्रिल की गई. इसके माध्यम से यह संदेश दिया गया कि पुलिस शांतिपूर्ण तरीके से दुर्गा पूजा संपन्न करवाने के लिए पूरी तरह से तैयार है.
मॉकड्रिल कर दिखाई ताकत
रांची पुलिस लाइन में एहतियातन हिंसा से निपटने के लिए पुलिस जवानों और पदाधिकारियों ने मॉकड्रिल की. इसमें बड़ी संख्या में रांची पुलिस के जवानों ने भाग लिया और उपद्रवियों से निपटने का अभ्यास किया. एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा के निर्देश पर पुलिस जवानों ने मॉकड्रिल की.
दुर्गा पूजा को लेकर पुलिस चौकस
दरअसल, दुर्गा पूजा को लेकर पुलिस प्रशासन पूरी तरह से चौकस है. रांची एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने जिले के सभी थाना और ओपी प्रभारियों को दुर्गा पूजा के अवसर पर क्षेत्र में विशेष निगरानी करने का निर्देश दिया है.रांची पुलिस ने मॉकड्रिल कर जनता को सुरक्षा के प्रति आश्वस्त किया है और यह संदेश देने की कोशिश की है कि पुलिस किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है.
मॉकड्रिल में दिखी पुलिस की तत्परता
रांची पुलिस की मॉकड्रिल में पुलिस की तत्परता दिखी. यहां उपद्रवी की भूमिका में भी पुलिस थी और उनपर कार्रवाई करनेवाली भी पुलिस ही थी. उपद्रवियों की पत्थरबाजी से लेकर उनपर अश्रु गैस के गोले, हवाई फायरिंग, पानी की बौछार, लाठीचार्ज से लेकर गिरफ्तारी तक का अभ्यास किया गया. मॉकड्रिल के दौरान जवानों को यह भी बताया गया कि अगर स्थिति बिगड़ती है और उसमें लोग घायल होते हैं तो उन्हें कैसे घायलों को तुरंत अस्पताल भेजा जाए और एंबुलेंस को कैसे भीड़ से निकाला जाए.
आम लोग भी शामिल हुए मॉकड्रिल में
इस दौरान पुलिस के जवानों ने लाठीचार्ज, आंसू गैस के गोले छोड़ने, पानी की बौछार आदि को लेकर अभ्यास किया. काल्पनिक स्थिति पैदा कर उससे निपटने का अभ्यास किया गया .मॉकड्रिल के दौरान ऐसा लग रहा था मानो पूरा क्षेत्र हुड़दंगियों के कब्जे में है और पुलिस इससे निपटने की कोशिश कर रही है. पुलिस के जवानों ने प्रशिक्षण में दी गई जानकारी को आत्मसात करते हुए अपने अनुभव का प्रदर्शन किया. बड़ी संख्या में आम लोग भी मॉकड्रिल में शामिल हुए.
रांची पुलिस अलर्टः एसएसपी
इस संबंध में रांची के सीनियर एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि दुर्गा पूजा को लेकर रांची पुलिस पूरी तरह से अलर्ट है. आम लोगों के बीच किसी भी तरह का भय ना हो, लोग शांतिपूर्ण वातावरण में पर्व मनाएं. डायल 100 और डायल 112 का संकट के समय प्रयोग करें.
ये भी पढ़ें-