रांची: इन दिनों रांची के बड़ा तालाब की स्थिति बेहद खराब हो गई है. बड़ा तालाब के पानी से उठने वाली दुर्गंध के कारण आसपास रहने वाले लोगों का जीना मुहाल हो गया है. हालत यह है कि तालाब के पास से गुजरने में भी लोगों को सोचना पड़ता है. पानी से इतना खराब दुर्गंध आता है कि कई बार लोग गश्त खाकर गिर जाते हैं.
बड़ा तालाब की स्थिति को लेकर लोगों ने शुरू किया सत्याग्रह
वहीं बड़ा तालाब की स्थिति को देखते हुए स्थानीय लोग सत्याग्रह पर उतर गए हैं. पिछले कई दिनों से पानी से आ रही दुर्गंध की वजह से लोगों ने निर्णय लिया कि यदि अब जिला प्रशासन और नगर निगम कोई संज्ञान नहीं लेता है तो आम लोग सत्याग्रह कर जिला प्रशासन को नींद से जगाने का काम करेंगे.बड़ा तालाब के आसपास व्यापार करने वाले लोग बताते हैं कि 24 घंटे पानी से दुर्गंध आने की वजह से अब ग्राहक उनकी दुकानों तक नहीं पहुंच रहे हैं. इस कारण व्यापार प्रभावित हो रहा है.
झील बचाओ समिति ने तालाब की सफाई के नाम पर खानापूर्ति का लगाया आरोप
इस संबंध में झील बचाओ अभियान समिति के संरक्षक राजीव रंजन मिश्रा बताते हैं कि नगर निगम के अधिकारियों से स्थानीय लोगों ने कई बार शिकायत की है, लेकिन नगर निगम के लोग तालाब सफाई के नाम पर महज खानापूर्ति कर चले जाते हैं. जबकि पूरे तालाब के अंदर जमे गाद को साफ करने की जरूरत है. राजीव रंजन मिश्रा ने कहा कि हाईकोर्ट ने भी यह आदेश दिया था कि तालाब की बेहतर ढंग से सफाई करें और इसकी मॉनिटरिंग करें, लेकिन नगर निगम कोर्ट के आदेश को भी नजरअंदाज करता दिख रहा है.
नगर आयुक्त ने किया बड़ा तालाब का निरीक्षण
वहीं बड़ा तालाब का निरीक्षण करने पहुंचे रांची नगर निगम के नगर आयुक्त अमित कुमार ने कहा कि जिस तरह से स्थानीय लोगों की लगातार शिकायतें आ रही थी उसे देखते हुए तालाब की सफाई के लिए हार्वेस्टर मशीन लगा दी गई है. उन्होंने कहा कि बड़ा तालाब में कई ड्रेनेज बनाए गए हैं और उसका गंदा पानी बड़ा तालाब में पहुंचता है.
तालाब से गाद हटाने का काम शुरू, ब्लीचिंग पाउडर का भी किया गया छिड़काव
नाले से निकलने वाले पानी को साफ करने के लिए एसटीपी प्लांट भी लगाया गया है. एसटीपी प्लांट का भी निरीक्षण किया गया है. एसटीपी प्लांट से जो पानी निकल रहा हा उसकी गुणवत्ता कैसी है इसकी भी निगरानी की जा रही है. नगर आयुक्त ने बताया कि पानी से आ रही दुर्गंध को खत्म करने के लिए लगातार ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया जा रहा है और तालाब में जहां भी गाद जमा है उसे भी नगर निगम के कर्मचारियों द्वारा हटाया जा रहा है.
तालाब में गंदगी और कचरा फेंकने पर होगी कार्रवाईः नगर आयुक्त
इस दौरान नगर आयुक्त ने आसपास रहने वाले आम लोगों से भी तालाब की सफाई का ध्यान रखने की अपील की है. उन्होंने कहा कि कई बार देखा जाता है कि मरे हुए जानवरों के अवशेष के साथ-साथ कई सॉलिड कचरा और डस्ट को भी बड़ा तालाब में फेंका जाता है. ऐसे लोगों पर कार्रवाई करने का निर्देश नगर निगम ने जारी किया है.
वही बड़ा तालाब में बनाई गई स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा के पास तैनात सुरक्षा कर्मचारियों को यह निर्देश दिए गए हैं कि तालाब में कोई भी व्यक्ति यदि गंदा सामान फेंकता है तो उसकी सूचना तुरंत ही स्थानीय पुलिस या फिर निगम को दें. ऐसे लोगों से जुर्माना वसूला जाएगा और कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
बड़ा तालाब से उठ रही दुर्गंध के कारण साढ़े तीन लाख लोग प्रभावित
गौरतलब है कि बड़ा तालाब के आसपास लगभग साढ़े तीन लाख की आबादी रहती है. ऐसे में तालाब के पानी से उठ रहे दुर्गंध के कारण लोगों को बीमारी फैलने का डर सता रहा है. हालांकि तालाब को साफ करने के लिए नगर निगम के तरफ से प्रयास किए जा रहे हैं. अब देखने वाली बात होगी कि नगर निगम का प्रयास कितना सफल हो पाता है और बड़ा तालाब के आसपास रह रहे लोगों को कब तक दुर्गंध से राहत मिल पाती है.
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