बिलासपुर: अयोध्या में रामलला के मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर बिलासपुर शहर राममय हो गया है. चौक-चौराहों और गलियों के साथ ही मंदिरों में भगवा रंग के झंडे, तोरण लगाकर सजावट की गई. राम की भक्ति में पूरा शहर झूमता नजर आया. जगह-जगह भंडारे का भी आयोजन किया गया. कई मंदिरों में मानस पाठ के साथ खास पूजा-अर्चना भी की गई. दीपों से पूरा शहर जगमगाता नजर आया. जगह-जगह युवा पटाखे जलाते नजर आए.
रामसेतु के दर्शन करने पहुंचे शहरवासी: दरअसल, शहर के अरपा नदी पर बने 100 साल पुराने पुल में सुबह से ही भक्ति का माहौल देखा गया. सुबह से पूजा-अर्चना कर पुल का नामकरण रामसेतु किया गया. यहां भंडारे के साथ ही हनुमान चालीसा का पाठ किया गया. इसके बाद शाम को झालर की रोशनी से पूरा पुल रोशन रहा. भक्तिमय माहौल को देखने और अपने भक्ति का परिचय देने शहरवासी रामसेतु के दर्शन के लिए पहुंचे. नगर निगम ने भी इस पुल को सहेज कर रखने की व्यवस्था शुरू कर दी है. पुल की दीवारों पर दोहे, चौपाई, छंद लिखी गई है.
निगम रामसेतु को दार्शनिक स्थल बनाने पर करेगी काम: इस बारे में बिलासपुर नगर निगम के महापौर रामशरण यादव ने कहा कि भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टी ने आरपा नदी के पुराने पुल को रामसेतु बनाने का निर्णय लिया. एमआईसी में इस प्रस्ताव को पास कर दिया गया. राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा के बाद अरपा पुल को रामसेतु का नाम दिया गया है. रामसेतु को सहेज कर रखना और यहां दार्शनिक स्थल बनाने का काम नगर निगम द्वारा किया जाएगा."
बता दें कि सोमवार को रामोत्सव के मौके पर रामसेतु में आकर्षक रौशनी और यहां के माहौल को देखने भारी संख्या में शहर के लोग पहुंचे. हजारों की संख्या में यहां लोगों की भीड़ इकट्ठी हुई. सभी भगवान राम की स्तुति करते नजर आए.