अलवर: रामगढ़ उपचुनाव में गुरुवार को नामांकन दाखिल करने के बाद कांग्रेस व भाजपा ने अपनी अपनी जीत के दावे करके एक-दूसरे को खूब कोसा. दोनों ही दलों के नेताओं ने अपनी सरकारों की उपलब्धियां गिनाई. भाजपा नेताओं ने जहां इस चुनाव को विकास कार्यों को समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने वाला बताया. वहीं, कांग्रेस नेताओं ने कहा कि हमारे साथ जनता है, जबकि भाजपा के पास बड़े नेताओं की फौज है.
भाजपा प्रत्याशी सुखवंत सिंह के नामांकन दाखिल करने के बाद केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि प्रदेश में उपचुनाव मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देशन में लड़े जा रहे हैं. भाजपा यह उपचुनाव विकास कार्यों को रामगढ़ के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए लड़ रही है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार में रामगढ़ में जल जीवन मिशन में घोटाला हुआ था. सड़कें नहीं बनी. वहीं प्रदेश में कानून व्यवस्था लचर हो गई थी. लोकसभा चुनाव में रामगढ़ स्थिति भी लचर हो गई थी. लोगों की मांग पर गोविंदगढ़ व रामगढ़ में ट्रेनों का ठहराव हुआ. सड़क निर्माण एवं पानी के लिए योजना बनाई. उन्होंने कहा कि भाजपा प्रत्याशी सुखवंत सिंह मूलत: जमीन से जुड़े और गरीब के घर से निकले हुए सहज आदमी हैं.
राज्य के वन मंत्री संजय शर्मा ने कहा कि रामगढ़ की जनता सुशासन व विकास चाहती है. बीते 10 माह में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विकास की योजनाओं को लागू करने वाला चुनाव है. उन्होंने कटाक्ष कर कहा कि कांग्रेस के नेता यह बताएं कि पिछले 5 साल में उन्होंने रामगढ़ व अलवर जिले के क्या कार्य किए. विधायक बालक नाथ ने कहा कि उप चुनाव में रामगढ़ की जनता क्षेत्र की रक्षा व सुरक्षा के लिए भाजपा का कमल खिलाकर विधानसभा में भेजेगी. उन्होंने कहा कि रामगढ़ में फैले ठगी के जाल पर अंकुश लगेगा.
सरकार का असली चेहरा सामने आया: कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव जितेंद्र सिंह ने कहा कि कांग्रेस प्रत्याशी ने जनता के साथ नामांकन किया है, जबकि दूसरी पार्टी नामांकन के लिए बड़े-बड़े नेताओं को ला रही है. उन्होंने कहा कि रामगढ़ में मुख्यमंत्री से जनता पूछने वाली है कि बीते 10 माह में उन्होंने क्षेत्र में क्या कार्य किया. उन्होंने कहा कि जुबेर खान का रामगढ़ के हर एक व्यक्ति से पारिवारिक रिश्ता रहा. क्षेत्र में जो भी कार्य हुआ है. वह जुबेर खान व कांग्रेस सरकार द्वारा करवाए गए हैं. इस उपचुनाव में कांग्रेस की अच्छी जीत होने वाली है.
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दस माह में फेल हुई सरकार: नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि प्रदेश में उपचुनाव के रिजल्ट ऐतिहासिक आएंगे. सरकार 10 महीने में फेल साबित हुई है. सरकार असमंजस में है. मुख्यमंत्री खुद अपने निर्णय नहीं ले पाते. उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से सवाल किया कि ईआरसीपी योजना के लिए उन्होंने कितना पैसा दिया है? ईआरसीपी प्रोजेक्ट को 10 साल तक भाजपा सरकार ने रोके रखा.उन्होंने कहा कि प्रदेश में सरकार जनता के लिए नहीं, बल्कि दुरुपयोग के लिए है. उन्होंने सिख समाज व जाटों को लेकर भाजपा नेताओं की ओर से दिए बयानों को लेकर अपना स्टैण्ड क्लियर करने को कहा.