मसौढ़ी: रक्षाबंधन का त्यौहार भाई बहन के अटूट प्रेम का त्यौहार है, जो पूरे देश उत्साह के साथ मनाया जा रहा है. ऐसे में मसौढ़ी में एक अनूठी पहल देखने को मिली. जहां पर आईसीडीएस की दर्जनों महिलाओं ने पारंपरिक गीतों को गाकर पेड़ में राखी बांधी. इसी के साथ उन्होंने पर्यावरण संरक्षण को लेकर एक खास संदेश दिया है. इस मौके पर हमारा पेड़ हमारा पर्यावरण के तहत राखी महोत्सव का आयोजन किया गया.
![Raksha Bandhan](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/19-08-2024/rakhi_18082024171349_1808f_1723981429_796.jpg)
राखी महोत्सव से पर्यावरण संरक्षण का संदेश: मसौढ़ी के कई मोहल्ले की महिलाों ने वृक्षों पर राखी बांधी और कहा कि इस राखी महोत्सव में पेड़ उनके परिवार के एक सदस्य की तरह है. राखी महोत्सव मनाने के पीछे उद्देश्य यह है कि जिस तेजी से वृक्षों की कटाई की जा रही है, उससे जलवायु परिवर्तन हो रहा है, उसे रोकने के लिए पेड़ बचाना आवश्यक है. पेड़ को बचाने के लिए महिलाओं ने पेड़ में राखी बांधकर संकल्प लिया.
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पेड़ों की लंबी उम्र की कामना: समेकित बाल विकास परियोजना के द्वारा राखी महोत्सव मनाया गया. जिसके तहत कई महिलाओं ने हरे-भरे वृक्षों पर राखी बांधकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया. कई जगहों पर आज के दिन पेड़ भी लगाए जा रहे हैं. मसौढ़ी सीडीपीओ अर्चना कुमारी ने कहा कि जिस तरह से महिलाएं अपने भाई को राखी बांधकर उनकी लंबी उम्र की कामना करती हैं, ठीक उसी तरह उन्होंने पेड़ में राखी बांधकर यह संदेश देने की कोशिश की है कि लोग पेड़ों को बचाएं.
![Raksha Bandhan](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/19-08-2024/rakhi_18082024171349_1808f_1723981429_280.jpg)
"रक्षाबंधन का त्योहार ऐसे तो भाई बहनों का आपसी प्रेम का त्यौहार है. हालांकि हम सभी पेड़ में राखी बांधकर गीत गाते हुए पेड़ संरक्षण का संदेश दे रही हैं."- अर्चना कुमारी, सीडीपीओ, मसौढ़ी
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