रामपुर : भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत गणतंत्र दिवस पर रामपुर पहुंचे. मीडिया से रूबरू हुए टिकैत ने कहा कि पूंजीवादियों के गिरोह ने एक पॉलीटिकल पार्टी बनाई और इस देश पर कब्जा कर लिया. किसानों को एक षड्यंत्र के तहत कर्जदार बनाया जा रहा है. उनकी जमीनें बैंकों में गिरवी रखी जा रही हैं और कुछ सालों में किसने की जमीनों पर इन्हीं बैंकों के सहारे पूंजीवादियों का कब्जा हो जाएगा. टिकैत विपक्ष से भी निराश नजर आए. कहा कि विपक्ष भी अपनी जिम्मेदारी को ठीक से नहीं निभा रहा है. डरा हुआ विपक्ष एक तानाशाह को जन्म देता है.
राहुल गांधी को मंदिर जाने से रोकने पर कहा कि देश में इस तरह का कोई कानून है क्या? अगर कोई कहीं जाना चाह रहा है मंदिर में, उसे नहीं जाने देते. यह दिखाने के लिए करते हैं कि सुरक्षा की वजह से उन्हें रोक दिया गया. रामपुर में भी भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश महासचिव पर मुकदमा दर्ज होने पर कहा कि मुकदमे यहां पर भी हो रहे हैं. सरकार प्रेशर बनाने का काम करती है. मुकदमे दर्ज कर दो तो आदमी उलझा रहेगा.देश में बड़े आंदोलन की फिर जरूरत पड़ेगी. वह टाइम भी आएगा जब एक संघर्ष की तरफ यह जनता जाएगी.
राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों पर भी शिकंजा कसा जा रहा है. आंदोलन करना पड़ेगा. जमीन बचाने के लिए आंदोलन होंगे. 2047 तक देश की 80% जमीन बड़े उद्योगपति व्यापारियों के पास में चली जाए, यह उनका प्लान है. एमएसपी देंगे नहीं, फसलों का रेट देंगे नहीं, किसानों को कर्ज देंगे और कर्ज के माध्यम से उनकी जमीन बैंकों में जाएगी. बैंक अब लैंड बैंक बनेंगे. फार्मो को तोड़ा जा रहा है, जो पट्टे की जमीन है, उस पर सरकार फिर कब्जा कर रही है, जिनके 50 साल से पट्टे थे, उन्हें छीना जा रहा है. क्योंकि देश को मजदूर कंट्री बनाना है. जनता गरीब रहेगी और वह राजा रहेगा, इसी पर सरकारों की पॉलिसी चल रही है.
कहा कि बहुत से किसान संगठन और बनेंगे. किसानों को जाती में बाटेंगे, धर्मवाद में बाटेंगे, भाषावाद में बाटेंगे. जिससे किसान संगठन छिन्न भिन हो और जो बड़े उद्योगपति हैं उनको लाभ मिले. टिकैत ने किसानों से संगठित होने की अपील की.