नाहन: जिला मुख्यालय नाहन पहुंचे भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने प्रदेश की बिगड़ती कानून व्यवस्था पर सवाल उठाया और सुक्खू सरकार पर जमकर निशाना साधा. बिंदल ने चंबा और सिरमौर हेड कांस्टेबल मामले को लेकर प्रदेश की कानून व्यवस्था को कटखरे में खड़ा किया. राजीव बिंदल ने कहा, प्रदेश में दो बड़ी घटनाएं घटी हैं. एक चंबा जिला में पुलिस थाना के बिल्कुल समीप इंटेलिजेंस ब्यूरो के ऑफिसर की डेड बॉडी मिली, जो आई ओपनर केस है. इंटेलिजेंस ब्यूरो ऑफिसर की निर्मम हत्या होती है. उनके सिर पर कोई वार करता है और उनकी डेड बॉडी पुलिस थाना के पास मिली है.
बिंदल ने लापता हेड कांस्टेबल जसवीर सैनी को लेकर जिक्र किया. जिसको लेकर वीरवार को परिजनों और ग्रामीणों ने डीसी एवं एसपी ऑफिस का भी घेराव किया. उन्होंने कहा दूसरी घटना भी पुलिस से ही जुड़ी हुई है, जो सिरमौर जिला के कालाअंब में हुई है. यहां पुलिस एक जवान बेबस होता है और बेबस होकर अपने ऊपर भारी मात्रा में दबाव की बात कहता है. यही नहीं दबाव में आकर नौकरी से त्यागपत्र दे देता है और उसके बाद वह लापता हो जाता है.
बिंदल ने कहा हिमाचल प्रदेश की पुलिस की दुर्दशा हो चुकी है. जबकि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के पास ही होम मिनिस्ट्री है. इस सरकार में हालात यह हो चुकी है कि इंटेलिजेंस ब्यूरो के अधिकारी की डेड बॉडी मिल रही है. दूसरा पुलिस जवान सीधे-सीधे राजनीतिक दबाव के अंदर काम करता है और कहता है कि मेरा जीवन सुरक्षित नहीं है. गलत तरीके से केस बनाने का दबाव बनाया जा रहा है और वह उस दबाव को नहीं झेल सकता है. इसलिए वह अपनी नौकरी से रिजाइन कर रहा है। प्रदेश में लॉ एंड आर्डर की यह दुर्दशा हो गई है.
बिंदल ने आरोप लगाया कि डेढ़ साल के भीतर प्रदेश कहां पहुंच गया. इससे पहले चंबा में एक दलित युवक की भी हत्या कर टुकड़े-टुकड़े कर नाले में फेंक दिया. इस मामले में भी सरकार ने गंभीरता नहीं दिखाई. उन्होंने आरोप लगाया कि बंदकू की नोक के दम पर लोगों को उठाया जा रहा है. फिरौती ली जा रही है, लेकिन कोई संज्ञान नहीं लिया जा रहा है. जिसके परिणामस्वरूप पुलिस रिजाइन कर रही है.
बिंदल ने कहा कि चिंता की बड़ी बात यह है कि सिरमौर से पुलिस जवान लापता है. उसके जीवन को भी खतरा है. उन्होंने सीधे-सीधे पूछा कि इस मामले की बैकग्राउंड क्या है? उन्होंने आरोप लगाया कि कालाअंब में भारी भरकम खनन हो रहा है. पहाड़ के पहाड़ खोद दिए गए हैं. नदी को खोखला कर दिया गया है. इसके बाद कालाअंब में पुलिस जवान की घटना को एक उदाहरण है. इसके पीछे क्या चल रहा है. यही नहीं यह पूरे प्रदेश की गाथा है.
बिंदल ने आरोप लगाया कि वर्तमान सरकार इन सब मामलों को संरक्षण देती हुई नजर आ रही है. क्योंकि सरकार ऐसे मामलों में कार्रवाई नहीं कर रही है और यही वजह है कि हिमाचल की जनता ने लोकसभा चुनाव में सरकार को पूरी तरह से रिजेक्ट किया है. क्योंकि यह सरकार केवल और केवल मित्रों के लिए चिंता कर रही है. आम जनमानस भय और चिंता का साए में जीने को विवश है.
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