हमीरपुर: सुजानपुर सीट से जीत की हैट्रिक लगाने वाले राजेंद्र राणा ने कहा हिमाचल प्रदेश की जनता का स्वाभिमान और जनहित उनके लिए सर्वोपरि हैं. इन्हें लेकर कोई समझौता नहीं किया जा सकता. उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा कि राजनीति उनके लिए पेशा नहीं हैं, बल्कि 23 साल का उनका जन सेवा का इतिहास रहा है. यह बात पूरा प्रदेश जानता है.
उन्होंने कहा हिमाचल की जनता स्वाभिमानी है और बाहर से प्रत्याशी लाकर अगर हिमाचल की जनता पर कोई थोपना चाहेगा तो हिमाचल की अस्मिता पर आंच नहीं आने दी जाएगी और स्वाभिमान को ललकारने की किसी को इजाजत नहीं दी जाएगी.
राजेंद्र राणा ने कहा प्रदेश की जनता यह भी भलीभांति जानती है कि राज्य में कांग्रेस की सरकार गिराने के लिए नहीं, बल्कि कांग्रेस को सत्ता में लाने के लिए उन्होंने अथक मेहनत की है, लेकिन पिछले 1 साल के दौरान लगातार उन्हें जलील किया जा रहा था. उनके विधानसभा क्षेत्र की लगातार अनदेखी की जा रही थी. हाईकमान के सामने भी यह मुद्दा कई बार उठाया गया.
उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार में ही चुने हुए विधायकों के साथ दोयम दर्जे का व्यवहार किया जा रहा था. उनके सब्र को परखा जा रहा था. उन्होंने कड़वे घूंट भी पिए. अपमान भी बर्दाश्त किया लेकिन बात जब प्रदेश के स्वाभिमान और प्रदेश की अस्मिता पर आंच की आई तो हम भला खामोश कैसे बैठ सकते थे? हमारे लिए कुर्सी नहीं बल्कि जनता का प्यार और भरोसा महत्व रखता है. जनता का स्नेह और भरोसा ही हमारी शक्ति है. पिछले 23 साल से वह लगातार जन सेवा के एजेंडे को ही सर्वोपरि रखे हुए हैं.
राजेंद्र राणा ने कहा जो लोग जनता के दिलों पर राज करते हैं, वे फकीर होकर भी बादशाह होते हैं. लेकिन इतिहास इस बात की भी गवाही देता है कि जो लोग तानाशाह बन जाते हैं, उनका गुरुर जनता तोड़ देती है. उन्होंने कहा एक व्यक्ति विशेष के इशारे पर जो लोग हल्की और घटिया टिप्पणियां करने पर उतारू हो गए हैं और ओछे हथकंडे पर उतर आए हैं, समाज उन्हें सबक सिखाएगा. जिस लक्ष्य और मकसद को लेकर वह राजनीति में आए थे, उसे पूरा करेंगे और प्रदेश की जनता से धोखा नहीं होने देंगे.
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