राजगढ़: जिला अस्पताल में बुधवार रात चोरी का अजीबोगरीब मामला सामने आया है. यहां चोरों ने ऑक्सीजन सप्लाई करने वाली कॉपर की लाइन काटकर पार कर दी, बिना ये सोचे कि इससे अस्पताल में भर्ती मरीजों की जान संकट में पड़ सकती है. इस घटनाक्रम से ऑक्सीजन स्पोर्ट पर रखे गए 11 बच्चों की जान खतरे में पड़ गई. गनीमत ये रही कि नवजात बच्चों को बैकअप वाले जंबो सिलेंडर की मदद से ऑक्सीजन तुरंत मिल गया. अगर जंबो सिलेंडर नहीं होता तो एक बड़ी दुर्घटना से इनकार नहीं किया जा सकता था.
अलार्म बजते ही हरकत में आया हॉस्पिटल स्टाफ
जिला अस्पताल के पीडियाट्रिक्स एमडी और एसएनसीयू प्रभारी डॉक्टर आरएस माथुर ने कहा, " बुधवार रात एसएनसीयू में लगभग 24 बच्चे भर्ती थे, इनमें से 11 बच्चों को ऑक्सीजन स्पोर्ट पर रखा गया था. सुबह लगभग 5 बजे एसएनसीयू में इमरजेंसी अलार्म बजने लगा था क्योंकि वहां ऑक्सीजन सप्लाई नहीं हो रही थी. ड्यूटी पर तैनात हमारे कर्मचारियों ने तुरंत जंबो सिलेंडर की मदद से बच्चों की जान को सुरक्षित किया."
पाइप काटने से पहले मुख्य लाइन की थी बंद
डॉ. आरएस माथुर ने आगे कहा, " जब हमने अलार्म बजने की वजह जानने की कोशिश की, तो पता चला कि पीएम रूम के पास ऑक्सीजन प्लांट है जहां से ऑक्सीजन स्टोर होती है. उसी मेन लाइन को अज्ञात चोरों ने बंद कर लगभग 10 फीट लंबी कॉपर लाइन काट ली और चुरा ले गए. फिलहाल, हमारे एसएनसीयू में भर्ती सभी नवजात सुरक्षित हैं."
- नौकर निकला 'दगाबाज', बिल्डर को बेहोश कर 1 करोड़ की चोरी, मालिक की थार से फरार
- राजगढ़ जिला अस्पताल में एसआई से मारपीट, सीसीटीवी फुटेज आया सामने
अस्पताल में पहले भी हो चुकी है चोरी
पूरे मामले की जानकारी देते हुए कोतवाली थाना प्रभारी वीर सिंह ठाकुर ने कहा, " हमने हॉस्पिटल में जांच के लिए पुलिसकर्मी को भेजा है. अस्पताल प्रबंधन की ओर से जो भी जानकारी मिलेगी उसी हिसाब से आगामी कार्रवाई की जाएगी." गौरतलब है कि राजगढ़ जिला अस्पताल में यह चोरी की पहली घटना नहीं है. इससे पहले भी चोरी का मामला सामने आया चुका है. चोरी का खुलासा होने पर अस्पताल के अस्थाई कर्मचारी को चोरी में संलिप्त पाया गया था.