मेरठ: उत्तर प्रदेश सिपाही भर्ती परीक्षा का पेपर लीक करने वाले मुख्य आरोपी राजीव नयन की गिरफ्तारी के बाद कई बड़े राज खुले हैं. वहीं एसटीएफ ने आरोपी का 10 दिन का रिमांड मांगा था. लेकिन, कोर्ट ने छह दिन का रिमांड मंजूर किया है. यूपी पुलिस सिपाही भर्ती पेपर लीक मामले में मास्टरमाइंड राजीव नयन मिश्रा को एसटीएफ छह दिन के रिमांड पर लेकर रविवार को मध्यप्रदेश रवाना हो गई है. रिमांड अवधि के दौरान एसटीएफ उसे प्रयागराज, भोपाल और अहमदाबाद लेकर जाएगी. फिलहाल, मध्य प्रदेश के रीवा लेकर पेपर लीक मामले में अहम सबूत बरामदगी के प्रयास किये जा रहे है. इसके अलावा इस मामले में फरार रवि अत्री और विक्रम पहल के ठिकानों के बारे में भी पूछताछ की जाएगी. कोर्ट के आदेश पर बरामदगी स्थल पर कार्रवाई की वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी.
3 अप्रैल को राजीव नयन मिश्रा की कोर्ट में हुई थी पेशी: यूपी पुलिस सिपाही भर्ती पेपर लीक मामले में एसटीएफ ने तीन अप्रैल को राजीव नयन मिश्रा को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया था. इसके बाद से ही पुलिस उसे रिमांड पर लेने की तैयारी में जुट गई थी. शनिवार को सीजेएम कोर्ट में प्रार्थना पत्र देते हुए एसटीएफ ने 10 दिन रिमांड की अर्जी डाली थी. कोर्ट ने छह दिन का रिमांड मंजूर किया था. रविवार को एसटीएफ उसे जेल से लेकर मध्यप्रदेश रवाना हो गई. रिमांड अवधि में एसटीएफ उसे प्रयागराज, अहमदाबाद, भोपाल लेकर जाएगी. एसटीएफ अधिकारियों का दावा है, कि राजीव नयन मिश्रा ने पूछताछ में बताया था कि मोबाइल से अहमदाबाद में टीएसआई कंपनी में प्रश्न पत्रों की फोटोग्राफी अपने मोबाइल से साथी डॉ. शुभम मंडल से कराई थी. मोबाइल फोन उसने प्रयागराज के आरोग्यम हॉस्पिटल में किसी स्थान पर छिपाया है.
350 अभ्यर्थियों को प्रश्न पत्र पढ़वाया: इसके अलावा मध्य प्रदेश के रीवा में शिवशक्ति रिसोर्ट में उसने करीब 350 अभ्यर्थियों को प्रश्न पत्र पढ़वाया था. इन दोनों स्थानों पर राजीव नयन मिश्रा को ले जाया जाएगा. एसपी एसटीएफ बृजेश कुमार सिंह ने बताया कि रिमांड अवधि के दौरान राजीव नयन मिश्रा से पूछताछ कर सबूत एकत्र किए जाएंगे. फरार आरोपी रवि अत्री और विक्रम पहल की गिरफ्तारी के लिए भी विभिन्न स्थानों पर दबिश दी जा रही है.
आरओ और एआरओ पेपर लीक मामले में भी होगी पूछताछ: राजीव नयन मिश्रा का नाम आरओ और एआरओ पेपर लीक मामले से भी जुड़ गया है. इस भर्ती परीक्षा का पेपर राजीव नयन मिश्रा ने 25 लाख रुपये में डॉ. शरद यादव को भेजा था. लखनऊ में कोचिंग संचालक अमित सिंह की गिरफ्तारी के बाद यह खुलासा हुआ है. खुलासा होने पर एसटीएफ आरओ और एआरओ लीक मामले में जानकारी और सबूत जुटाएगी.