उत्तरकाशी: बीती 15 सालों से राजीव गांधी नवोदय आवासीय विद्यालय चिन्यालीसौड़ उधार के कमरों में चल रहा है. पर्याप्त कक्षों के अभाव में यहां कक्षा 6 में स्वीकृत 60 सीटों की जगह केवल 30 ही छात्रों को प्रवेश मिल पाता है. जबकि, स्कूल भवन के निर्माण के लिए धारकोट और बनचौरा के 20 परिवारों ने बिजोटी तोक में अपनी 21 नाली भूमि शिक्षा विभाग को निशुल्क दान दी हुई है, लेकिन इसके बावजूद आज तक विद्यालय भवन का निर्माण नहीं हो पाया है. ऐसे में संसाधनों के अभाव में छात्रों का भविष्य अधर में है.
गौर हो कि सीमांत जनपद उत्तरकाशी के बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के उद्देश्य से साल 2008-09 में चिन्यालीसौड़ में राजीव गांधी नवोदय आवासीय विद्यालय की स्वीकृति दी गई थी. वैकल्पिक व्यवस्था के तहत उस समय विद्यालय का संचालन राजकीय इंटर कॉलेज चिन्यालीसौड़ के 11 अतिरिक्त कक्षों में शुरू किया गया. जिनमें कार्यालय और छात्रावास का भी संचालन किया जा रहा है. कक्षा 6 से लेकर 12वीं तक विद्यालय में कुल 7 कक्षाएं संचालित होती है.
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वर्तमान में विद्यालय में 139 छात्र-छात्राएं अध्यनरत हैं, लेकिन कक्षों के अभाव में छात्र-छात्राओं के लिए आवासीय सुविधा मुहैया कराना स्कूल प्रशासन के लिए भी चुनौती बनी हुई है. वहीं, कक्षा 6 में स्वीकृत 60 सीटों के स्थान पर 30 ही छात्रों को प्रवेश मिल पाता है. उधर, विद्यालय में शिक्षकों का भी अभाव बना हुआ है. वर्तमान में 17 अतिथि शिक्षक, प्रधानाचार्य और तीन स्थायी शिक्षक कार्यरत हैं. धारकोट बनचौरा के प्रधान अतोल सिंह रावत ने बिजोटी तोक में जल्द विद्यालय निर्माण करने की मांग की है.
शासन के निर्देश पर बिजोटी में राजीव गांधी नवोदय विद्यालय का भवन और छात्रावास निर्माण के लिए कार्यदायी संस्था अवस्थापना खंड सिंचाई विभाग जोशियाड़ा से प्रस्ताव तैयार कर भेजा गया है. करीब 40 करोड़ का प्रस्ताव है. जिस पर इस वित्तीय वर्ष में स्वीकृति मिलने की उम्मीद है. - जीएस नेगी, खंड शिक्षा अधिकारी, चिन्यालीसौड़