जयपुर. राजस्थानी धुनों पर लंदन भी ठुमकता नजर आया. यहां के राजस्थानी प्रवासी एक ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बने. जब मरू कोकिला सीमा मिश्रा की अगुवाई में 'घूमर' कार्यक्रम का आयोजन हुआ. बड़ी संख्या में राजस्थानी प्रवासियों ने इस कार्यक्रम में शिरकत की और राजस्थानी गीतों पर थिरकते हुए नजर आए. इस घूमर कार्यक्रम का आयोजन राजस्थान चैरिटेबल ट्रस्ट यूके की ओर से किया गया था.
पारंपरिक प्रस्तुतियों का अद्भुत संगम : मीडिया प्रभारी रचना ढाका ने बताया कि घूमर कार्यक्रम शनिवार को भारतीय समयानुसार शाम 7.30 शुरू हुआ और यह कार्यक्रम देर रात तक चलता रहा. सीमा मिश्रा ने अपनी टीम के साथ राजस्थानी गीतों का ऐसा समां बांधा कि कार्यक्रम में भाग लेने वालों के पैर अनायास ही थिरकने लगे. कार्यक्रम में संगीत, नृत्य और पारंपरिक प्रस्तुतियों का अद्भुत संगम देखने को मिला. सीमा मिश्रा ने काजलियो, कालबेलिया, कुरजां, पीपली, घूमर, और रंग दे, नखरालों देवरियों, कुवें पर एकली, पल्लो लटके जैसे राजस्थानी गीतों की प्रस्तुति दी. इन राजस्थानी गीतों पर प्रवासी राजस्थानी पूरी रात जमकर थिरकते रहे.
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बच्चों के लिए अन्य गतिविधियों का आयोजन: रचना ढाका ने बताया कि ये विदेशी धरती पर अब तक का सबसे बड़ा रचनात्मक और सांस्कृतिक राजस्थानी आयोजन रहा, जिसमें लगभग एक हजार से अधिक लोगों ने शिरकत की. बच्चों के लिए विशेष मनोरंजन और अन्य गतिविधियों का आयोजन किया गया. स्वादिष्ट भारतीय स्ट्रीट फूड और हेरिटेज स्टॉल्स आकर्षण का केंद्र रहे. रचना ढाका ने बताया कि भारत के ग्रामीण क्षेत्रों के छात्रों को बेहतर शिक्षा और संसाधन उपलब्ध कराना राजस्थान चैरिटेबल ट्रस्ट यूके का मुख्य उद्देश्य है.
इसके अलावा, ट्रस्ट यूके में राजस्थानी संस्कृति का प्रचार-प्रसार भी करता है, ताकि वहां के लोग भारत और राजस्थान की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर से परिचित हो सकें. भारत के ग्रामीण इलाकों में सही मार्गदर्शन और समर्थन के अभाव में कई होनहार छात्र अपनी शिक्षा पूरी नहीं कर पाते. इस कार्यक्रम से जुटाए गए फंड्स का उपयोग इन्हीं छात्रों की शिक्षा और विकास के लिए किया जाएगा.
उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में मेहमानों ने बढ़ चढ़कर नृत्य प्रतियोगिता में हिस्सा लिया. साथ ही बेस्ट वेशभूषा अवार्ड के मद्देनजर सभी लोग पारम्परिक परिधानों में नजर आए. इस अद्वितीय आयोजन ने न केवल सांस्कृतिक धरोहर को अंतरराष्ट्रीय मंच पर प्रस्तुत किया, बल्कि एक पुल का काम भी किया जो लोगों को एक साथ लाने में सक्षम रहा. कार्यक्रम में राजस्थान की समृद्ध संस्कृति, रंग-बिरंगे परिधान और परंपराओं की झलक ने सबका मन मोह लिया और लंदन को राजस्थान के सांस्कृतिक रंगों से सराबोर कर दिया.