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बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से फसलों को भारी नुकसान, आज से पश्चिमी विक्षोभ का असर हुआ कम - राजस्थान में बेमौसम बारिश

प्रदेश में सोमवार से पश्चिमी विक्षोभ का असर के कम रहने के बाद मौसम सामान्य रहेगा. प्रदेश में पिछले दो दिन से सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ का असर रविवार को भी रहा था. प्रदेश में कोटा, चित्तौड़गढ़, डूंगरपुर, सांगरिया, सिरोही और माउंटआबू सहित कई स्थानों में बारिश हुई. इधर माउंट आबू में मार्च में पहली बार रात का पारा माइनस 1 डिग्री पहुंचा है.

Unseasonal Rain And Hailstorm
बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Mar 4, 2024, 9:57 AM IST

जयपुर. शनिवार और रविवार को प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ के बाद हुई बारिश और ओलावृष्टि से जहां प्रदेश के हिल स्टेशन माउंट आबू का पारा जमाव बिंदु के नीचे चला गया. वहीं, कई इलाकों में शीत लहर का असर देखा गया. गुरु शिखर की पार्किंग और मैदानी इलाकों में यहां जमीन पर बर्फ की चादर देखने को मिली. सैलानी अल सुबह से माउंट आबू में बर्फ की चादर देखने के लिए बाहर आ गए. प्रदेश में सोमवार के मौसम को लेकर पूर्वानुमान के मुताबिक ज्यादातर इलाकों में मौसम साफ और शुष्क रहेगा. हालांकि अगले दो दिनों तक तापमान में कोई विशेष बदलाव नहीं होगा, पर स्थानीय चक्रवात के दबाव में कहीं-कहीं आंधी और बारिश की संभावना बनी हुई है.

इन इलाकों में रविवार को रहा बारिश का असर : पश्चिमी विक्षोभ के कारण बने दबाव क्षेत्र के कारण प्रदेश में रविवार को कई जिलों में आंधी के साथ बारिश हुईं. इनमें चित्तौड़गढ़ के गंगरार में 18 मिमी, उदयपुर के गोगुंदा में 15 मिमी, राजसमंद के कुंभलगढ़ में 13 मिमी, भीलवाड़ा के मांडल में 13 मिमी, अजमेर के गोयला में 13 मिमी, भरतपुर के वैर में 12 मिमी, सिरोही के पिंडवाड़ा में 11 मिमी, जालोर के सांचौर में 11 मिमी, आबूरोड में 10 मिमी, भरतपुर में 10 मिमी और राजसमंद के देवगढ़ में 10 मिमी तक बारिश दर्ज की गई थी. पश्चिमी विक्षोभ के असर से राजधानी में बादल छाए रहे. यहां कुछ इलाकों में हल्की बूंदाबांदी हुई. इससे दिन और रात के तापमान में गिरावट दर्ज की गई. मौसम विभाग के अनुसार आज सोमवार को आकाश साफ रहेगा, साथ ही तापमान में अधिक अंतर की संभावना नहीं है.

इसे भी पढ़ें- बारिश के साथ सर्द हवाओं का दौर शुरू, 25 जिलों में ऑरेंज और येलो अलर्ट

गहलोत ने की सरकार से यह मांग : प्रदेश में दो दिनों तक ओलावृष्टि के बाद कई इलाकों में फसलों को भारी नुकसान हुआ है. खासतौर पर पूर्वी और दक्षिणी भाग में तैयार फसलों में नुकसान की खबरें सामने आई है. उधर दौसा, सवाई माधोपुर और बूंदी समेत पूर्वी राजस्थान के कई जिलों में भारी नुकसान हुआ है. पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने किसानों के नुकसान पर चिंता जताई है. गहलोत ने सरकार से जल्द फसल खराबे की गिरदावरी करवाने का आग्रह किया है. उन्होंने किसानों को फसल खराबे का समय पर मुआवजा देने की मांग की है.

पूर्व मंत्री और छबड़ा से भाजपा विधायक प्रताप सिंह सिंघवी ने भी जिला कलेक्टर को पत्र लिखकर बेमौसम बारिश से हुए नुकसान को लेकर गिरदावरी की मांग की है. उन्होंने कहा कि बारिश, अतिवृष्टि और तेज आंधी से रबी की फसलों को नुकसान की गिरदावरी जल्द से जल्द करवा कर किसानों को मुआवजा दिया जाए.

भरतपुर से आरएलडी के विधायक और पूर्व मंत्री सुभाष गर्ग ने भी मुख्यमंत्री को एक पत्र लिखा है. जिसमें बेमौसम बरसात और अतिवृष्टि से भरतपुर विधानसभा क्षेत्र में जमीनी हालात का जायजा लेने की बात कही गई है. गर्ग ने मांग की है कि किसानों की पीड़ा को देखते हुए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा विशेष गिरदावरी कराकर आपदा कोष और बीमा कंपनी से किसानों मुआवजा दिलाएं.

जयपुर. शनिवार और रविवार को प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ के बाद हुई बारिश और ओलावृष्टि से जहां प्रदेश के हिल स्टेशन माउंट आबू का पारा जमाव बिंदु के नीचे चला गया. वहीं, कई इलाकों में शीत लहर का असर देखा गया. गुरु शिखर की पार्किंग और मैदानी इलाकों में यहां जमीन पर बर्फ की चादर देखने को मिली. सैलानी अल सुबह से माउंट आबू में बर्फ की चादर देखने के लिए बाहर आ गए. प्रदेश में सोमवार के मौसम को लेकर पूर्वानुमान के मुताबिक ज्यादातर इलाकों में मौसम साफ और शुष्क रहेगा. हालांकि अगले दो दिनों तक तापमान में कोई विशेष बदलाव नहीं होगा, पर स्थानीय चक्रवात के दबाव में कहीं-कहीं आंधी और बारिश की संभावना बनी हुई है.

इन इलाकों में रविवार को रहा बारिश का असर : पश्चिमी विक्षोभ के कारण बने दबाव क्षेत्र के कारण प्रदेश में रविवार को कई जिलों में आंधी के साथ बारिश हुईं. इनमें चित्तौड़गढ़ के गंगरार में 18 मिमी, उदयपुर के गोगुंदा में 15 मिमी, राजसमंद के कुंभलगढ़ में 13 मिमी, भीलवाड़ा के मांडल में 13 मिमी, अजमेर के गोयला में 13 मिमी, भरतपुर के वैर में 12 मिमी, सिरोही के पिंडवाड़ा में 11 मिमी, जालोर के सांचौर में 11 मिमी, आबूरोड में 10 मिमी, भरतपुर में 10 मिमी और राजसमंद के देवगढ़ में 10 मिमी तक बारिश दर्ज की गई थी. पश्चिमी विक्षोभ के असर से राजधानी में बादल छाए रहे. यहां कुछ इलाकों में हल्की बूंदाबांदी हुई. इससे दिन और रात के तापमान में गिरावट दर्ज की गई. मौसम विभाग के अनुसार आज सोमवार को आकाश साफ रहेगा, साथ ही तापमान में अधिक अंतर की संभावना नहीं है.

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गहलोत ने की सरकार से यह मांग : प्रदेश में दो दिनों तक ओलावृष्टि के बाद कई इलाकों में फसलों को भारी नुकसान हुआ है. खासतौर पर पूर्वी और दक्षिणी भाग में तैयार फसलों में नुकसान की खबरें सामने आई है. उधर दौसा, सवाई माधोपुर और बूंदी समेत पूर्वी राजस्थान के कई जिलों में भारी नुकसान हुआ है. पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने किसानों के नुकसान पर चिंता जताई है. गहलोत ने सरकार से जल्द फसल खराबे की गिरदावरी करवाने का आग्रह किया है. उन्होंने किसानों को फसल खराबे का समय पर मुआवजा देने की मांग की है.

पूर्व मंत्री और छबड़ा से भाजपा विधायक प्रताप सिंह सिंघवी ने भी जिला कलेक्टर को पत्र लिखकर बेमौसम बारिश से हुए नुकसान को लेकर गिरदावरी की मांग की है. उन्होंने कहा कि बारिश, अतिवृष्टि और तेज आंधी से रबी की फसलों को नुकसान की गिरदावरी जल्द से जल्द करवा कर किसानों को मुआवजा दिया जाए.

भरतपुर से आरएलडी के विधायक और पूर्व मंत्री सुभाष गर्ग ने भी मुख्यमंत्री को एक पत्र लिखा है. जिसमें बेमौसम बरसात और अतिवृष्टि से भरतपुर विधानसभा क्षेत्र में जमीनी हालात का जायजा लेने की बात कही गई है. गर्ग ने मांग की है कि किसानों की पीड़ा को देखते हुए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा विशेष गिरदावरी कराकर आपदा कोष और बीमा कंपनी से किसानों मुआवजा दिलाएं.

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