जयपुर: राजस्थान विधानसभा में मंगलवार को कांग्रेस विधायक हरिमोहन शर्मा ने बूंदी भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष महिपत सिंह हाड़ा की होटल पर पुलिस की छापेमारी का मामला उठाया. इस पर सभापति और सत्ता पक्ष ने आपत्ति की तो सदन में हंगामा हुआ.
दरअसल, बूंदी से कांग्रेस विधायक हरिमोहन शर्मा ने मानवाधिकार आयोग, जयपुर के वार्षिक प्रतिवेदन पर चर्चा के दौरान बूंदी भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष महिपत सिंह हाड़ा की होटल पर पुलिस की छापेमारी का जिक्र किया. उन्होंने कहा, नाबालिग बच्चों से काम करवाने के आरोप में पुलिस ने छापेमारी की. चार थानों के थानाधिकारी पुलिस जाप्ते के साथ तलाशी लेने पहुंचे. उन्होंने कहा कि इतनी पुलिस महिपत सिंह हाड़ा की होटल पर क्यों गई?, क्योंकि इस बार चुनाव में उनके राजनीतिक मतभेद हो गए थे. जो सरकार और राजनीतिक दल थोड़ी सी भिन्नता होते ही अपने कार्यकर्ता और पूर्व जिलाध्यक्ष के साथ इस प्रकार की पुलिस कार्रवाई करे तो लगता है राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है.
उन्होंने कहा कि हमारी रक्षा नहीं कर सको तो हमारे साथ प्रतिशोध करो, लेकिन अपने लोगों को तो देखो. उनका खाली एक ही दोष है कि वो वसुंधरा राजे के साथ रहे हैं. इस पर सभापति संदीप शर्मा ने आपत्ति करते हुए कहा कि आप मानवाधिकार की रिपोर्ट पर बोलिए. इतने में संसदीय कार्यमंत्री जोगाराम पटेल और सरकारी मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग ने भी आपत्ति जताई और विषय पर बोलने को कहा. यह रिपोर्ट पर चर्चा है, व्यक्तिगत मामले की चर्चा नहीं है.
कांग्रेस विधायक गोविंद सिंह डोटासरा ने सभापति से मुखातिब होते हुए कहा, आप कोटा से हैं. इसका इससे कोई संबंध नहीं है. सभापति संदीप शर्मा ने कहा, ऐसा नहीं है. कोई आपके लिए कहेगा तो भी मैं उसे टोकूंगा. सरकारी मुख्य सचेतक ने कहा कि आप बार-बार आसन की ओर क्यों टिप्पणी कर रहे हैं. गोविंद सिंह डोटासरा बोले- क्या वसुंधरा राजे इस सदन की सदस्य नहीं हैं क्या? इसके बाद हरिमोहन शर्मा और मंत्री जोगाराम पटेल में तीखी बहस हुई.