जयपुर: फर्जी डिग्री और अंकतालिकाओं के आधार पर सरकारी नौकरियां हथियाने के खेल का पर्दाफाश करने के बाद अब एसओजी ने फर्जी डिग्री और अंकतालिकाएं बांटने वाले मास्टरमाइंड को गिरफ्तार किया है. एसओजी की गिरफ्त में आया आरोपी खुद भी सरकारी स्कूल में पीटीआई है. अब एसओजी की टीम उससे पूछताछ में जुटी है. इससे पहले एसओजी ने फर्जी अंकतालिका और डिग्री बांटने वाले गिरोह का खुलासा कर निजी विश्वविद्यालय के संचालक, कर्मचारियों और दलालों को गिरफ्तार किया था.
एसओजी के एडीजी वीके सिंह ने बताया कि ओपीजेएस विश्वविद्यालय के संचालक जोगेंद्र सिंह व दलाल सुभाष पूनिया के साथ मिलकर कमीशन पर अभ्यर्थियों को फर्जी डिग्रियां बांटने वाले सरगना गंगासिंह ईनाणिया को नागौर पुलिस की मदद से एसओजी की अजमेर इकाई ने हिरासत में लिया. एसओजी के जयपुर स्थित कार्यालय में पूछताछ के बाद उसे फर्जी डिग्री और अंकतालिका बांटने से जुड़े मामले में गिरफ्तार किया गया है. वह कई अभ्यर्थियों को फर्जी तरीके से बैक डेट में विभिन्न कोर्सेज की डिग्रियां मुहैया करवाता था. जिसके बदले कमीशन लेता था.
बीपीएड-डीपीएड सहित कई कोर्स की फर्जी डिग्रियां : उन्होंने बताया कि गंगासिंह ईनाणिया नागौर जिले के ईनाणा गांव का रहने वाला है. वह नागौर जिले के ही मिरजास गांव की राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में शारीरिक शिक्षक (पीटीआई) के पद पर कार्यरत है. एसओजी की जांच में सामने आया है कि उसने कई छात्र-छात्राओं को फर्जी तरीके से बैक डेट में कमीशन पर बीपीएड, डीपीएड और अन्य कोर्सेज की डिग्रियां और अंकतालिकाएं मुहैया करवाई.
फर्जी डिग्रियों से चयनित कर रहे सरकारी नौकरी : उन्होंने बताया कि गंगासिंह ईनाणिया ने कई छात्र-छात्राओं को फर्जी डिग्री और अंकतालिका मुहैया करवाई. जिनके आधार पर कई अभ्यर्थी अलग-अलग भर्ती परीक्षाओं में चयनित होकर सरकारी नौकरी कर रहे हैं. उससे अब गहनता से पूछताछ की जा रही है. एसओजी ने फर्जी डिग्री और अंकतालिका के मामले में पहले राजगढ़ (चूरू) की ओपीजेएस विश्वविद्यालय के संचालक जोगेंद्र सिंह, पूर्व रजिस्ट्रार जितेंद्र यादव, सरिता कडवासरा और दलाल सुभाष पूनिया आदि को गिरफ्तार किया था. ये सभी आरोपी अभी जेल में हैं.