जयपुर. भजन लाल सरकार की पहली जंबो आईएएस सूची जारी होने के बाद से अलग-अलग नामों को लेकर सुर्खियों में है. फिर चाहे वो आईएएस दंपति टीना डाबी और प्रदीप गावंडे को नई तबादला सूची में पड़ोसी जिले बाड़मेर और जालोर में पोस्टिंग की हो या फिर पूर्व CM की सचिव रहीं आरती डोगरा की पोस्टिंग. इतना ही नही 108 आईएएस की सूची में चर्चा की एक और वज़ह भी सभी का ध्यान अपनी ओर से खींचा है. कारण है कि लिस्ट में 99 से आगे के नाम एक ही पोस्ट पर नियुक्ति.
9 आईएएस एक विभाग एक पद पर : भजनलाल सरकार की ओर से जारी की गई 108 आईएएस अधिकारी की सूची में 99 का फेर देखने को मिला. सूची में 99 से लेकर 108 तक के नाम को गौर से देखा जाए तो सभी को एक ही पद, एक ही विभाग में पोस्टिंग दी गई है और खास बात है कि यह सभी आईएएस 2022 के बैच के हैं, जो पदस्थापना की प्रतिपक्षा में थे. जिनमे यक्ष चौधरी, प्रीतम कुमार, यथार्थ शेखर, अंशु प्रिया, सक्षम गोयल, दिव्यांग सिंह, श्रद्धा गेम, मोहित कासनिया, भैंसारे शुभम अशोक, सोनिका कुमारी का नाम शामिल है. इन सभी आईएएस को विशेषाधिकारी उद्योग विभाग जयपुर लगाया गया. बता दें कि दिसम्बर में होंने वाले इन्वेस्टमेंट समिट के बीच इन सभी अधिकारियों को एक विभाग एक पद पर लगाया गया है.
आईएएस दंपति को पड़ोसी जिले में पोस्टिंग : आईएएस दंपति टीना डाबी और प्रदीप गावंडे को नई तबादला सूची में पड़ोसी जिले बाड़मेर और जालोर में पोस्टिंग दी गई है. 2015 की टॉपर आईएएस टीना डाबी वर्तमान में आयुक्त आईजीएस जयपुर के पद पर तैनात थीं, अब उन्हें जिला कलेक्टर बाड़मेर में लगाया गया है, जबकि उनके पति प्रदीप गावड़े को आयुक्त उपनिवेशन विभाग बीकानेर से जिला कलेक्टर जालौर बनाया गया है. बाड़मेर और जालौर दोनों ही पड़ोसी जिले हैं दोनों की सीमाएं आपस में सटी हुई है., सूची में इन दोनों की पड़ोसी राज्य में पोस्टिंग के बाद सोशल मीडिया पर पोस्टिंग सुर्खियों में बनी हुई है.
दो महिलाओं को बड़ी जिम्मेदारी : प्रदेश में 108 आईएएस अफसरों के तबादले किए गए हैं. दो महिला अधिकारियों को बड़ी जिम्मेदारी दी गई है जिनमें IAS अधिकारी आरती डोगरा भी शामिल हैं. डोगरा को भजनलाल सरकार ने बड़ी जिम्मेदारी देते हुए बिजली डिस्कॉम का चेयरमैन बनाया गया है. इसके अलावा आनंदी को जयपुर विकास प्राधिकरण और गायत्री राठौड़ को हेल्थ सेक्रेटरी बनाया गया है. आरती डोगरा राजस्थान कैडर की IAS अधिकारी हैं. उन्होंने साल 2006 में अपने पहले ही प्रयास में UPSC परीक्षा पास कर ली थी. डोगरा बूंदी, अजमेर और बीकानेर की कलेक्टर रहीं हैं. कई जिलों अतिरिक्त जिला कलेक्टर रहीं हैं. बीकानेर जिला कलेक्टर रहते हुए उन्होंने खुले में शौच के खिलाफ शानदार अभियान चलाया था. 'बंको बिकाणों' के नाम से मशहूर इस अभियान ने देश भर में मिसाल कायम की थी. अशोक गहलोत जब तीसरी बार मुख्यमंत्री बने तो उन्होंने आरती डोगरा को अपना सचिव बनाया था.