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नेता प्रतिपक्ष बोले- भाजपा राज में स्वास्थ्य सेवाएं ICU में, मंत्री की नाकामी का नतीजा भुगत रही जनता - TIKA RAM JULLY

भीलवाड़ा में एम्बुलेंस का गेट नहीं खुलने से बीमार महिला की मौत के मामले में टीकाराम जूली ने उठाए सवाल. बोले- स्वास्थ्य सेवाएं ICU में.

Rajasthan Leader of Opposition
टीकाराम जूली (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jan 20, 2025, 4:50 PM IST

जयपुर: स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही के चलते भीलवाड़ा में महिला की मौत के मामले को लेकर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने सरकार पर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने इस घटना पर गहरा दुख जताया और कहा कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था के साथ ही स्वास्थ्य सेवाएं भी आईसीयू में पहुंच गई हैं. उन्होंने चिकित्सा मंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि मंत्री की नाकामी का खामियाजा प्रदेश की जनता को भुगतना पड़ रहा है.

नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने सोमवार को बयान जारी कर कहा कि भीलवाड़ा के महात्मा गांधी अस्पताल में 15 मिनट तक एंबुलेंस का गेट नहीं खुलने से गंभीर रोगी महिला को समय पर उपचार नहीं मिल पाया और उसने चिकित्सा के अभाव में दम तोड़ दिया. उन्होंने कहा कि सरकार और स्वास्थ्य मंत्री कब तक जनता को धोखा देते रहेंगे? क्या उनका कर्तव्य सिर्फ विज्ञापनों में झूठे दावे करना रह गया है? अस्पतालों में इलाज की जगह लापरवाही और निजी अस्पतालों में लूट-खसोट. क्या यही है आपकी 'विकसित राजस्थान' की परिकल्पना?

पढ़ें : महिला ने की आत्महत्या, परिजनों ने एंबुलेंस में ऑक्सीजन की कमी व गेट नहीं खुलने का लगाया आरोप - WOMAN KILLS HERSELF

क्या यही है सरकार की स्वास्थ्य क्रांति ? : उन्होंने कहा कि सरकारी लापरवाही की वजह से एक परिवार के जीवन में अंधकार छा गया. उन्होंने बताया कि जहां एक ओर महिला की जान बचाने के लिए एंबुलेंस में ऑक्सीजन नहीं थी, वहीं दूसरी ओर मरीज को अस्पताल में ट्रॉली तक नहीं मिली. जूली ने सरकार पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि क्या यही है मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री की 'स्वास्थ्य क्रांति'?

जयपुर में आधार कार्ड के अभाव में उपचार नहीं : टीकाराम जूली ने कहा कि यहां सवाल सिर्फ भीलवाड़ा की घटना का नहीं है, बल्कि पूरे राजस्थान में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली का है. जयपुर जैसे बड़े शहर में आधार कार्ड न होने पर मरीज को इलाज नहीं मिल रहा. क्या सरकार की नजर में आधार कार्ड जिंदगी से ज्यादा अहम हो गया है? मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री की जिम्मेदारी का क्या यही स्तर है? उन्होंने कहा कि हर बार लापरवाही और मौतों पर सिर्फ लीपापोती कर देना काफी नहीं. जनता के पैसे से बनी 108 एंबुलेंस सेवा आज जान बचाने के बजाय जान लेने का कारण बन रही है.

सरकार से पूछे तीन सवाल : उन्होंने कहा कि आज जनता सरकार से पूछ रही है कि एंबुलेंस में ऑक्सीजन क्यों नहीं थी?. अस्पताल में ट्रॉली क्यों नहीं थी? और आधार कार्ड के बिना इलाज क्यों रोका जा रहा है? जूली ने कहा कि प्रदेश की जनता की जनता को अपने निर्णय पर पछतावा हो रहा है. वह अब सरकार से जवाब चाहती है. झूठे दावों और लापरवाही से लोगों की जिंदगी नहीं बचाई जा सकती. जनता इस घोर लापरवाही के लिए सरकार को कभी माफ नहीं करेगी.

जयपुर: स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही के चलते भीलवाड़ा में महिला की मौत के मामले को लेकर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने सरकार पर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने इस घटना पर गहरा दुख जताया और कहा कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था के साथ ही स्वास्थ्य सेवाएं भी आईसीयू में पहुंच गई हैं. उन्होंने चिकित्सा मंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि मंत्री की नाकामी का खामियाजा प्रदेश की जनता को भुगतना पड़ रहा है.

नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने सोमवार को बयान जारी कर कहा कि भीलवाड़ा के महात्मा गांधी अस्पताल में 15 मिनट तक एंबुलेंस का गेट नहीं खुलने से गंभीर रोगी महिला को समय पर उपचार नहीं मिल पाया और उसने चिकित्सा के अभाव में दम तोड़ दिया. उन्होंने कहा कि सरकार और स्वास्थ्य मंत्री कब तक जनता को धोखा देते रहेंगे? क्या उनका कर्तव्य सिर्फ विज्ञापनों में झूठे दावे करना रह गया है? अस्पतालों में इलाज की जगह लापरवाही और निजी अस्पतालों में लूट-खसोट. क्या यही है आपकी 'विकसित राजस्थान' की परिकल्पना?

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क्या यही है सरकार की स्वास्थ्य क्रांति ? : उन्होंने कहा कि सरकारी लापरवाही की वजह से एक परिवार के जीवन में अंधकार छा गया. उन्होंने बताया कि जहां एक ओर महिला की जान बचाने के लिए एंबुलेंस में ऑक्सीजन नहीं थी, वहीं दूसरी ओर मरीज को अस्पताल में ट्रॉली तक नहीं मिली. जूली ने सरकार पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि क्या यही है मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री की 'स्वास्थ्य क्रांति'?

जयपुर में आधार कार्ड के अभाव में उपचार नहीं : टीकाराम जूली ने कहा कि यहां सवाल सिर्फ भीलवाड़ा की घटना का नहीं है, बल्कि पूरे राजस्थान में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली का है. जयपुर जैसे बड़े शहर में आधार कार्ड न होने पर मरीज को इलाज नहीं मिल रहा. क्या सरकार की नजर में आधार कार्ड जिंदगी से ज्यादा अहम हो गया है? मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री की जिम्मेदारी का क्या यही स्तर है? उन्होंने कहा कि हर बार लापरवाही और मौतों पर सिर्फ लीपापोती कर देना काफी नहीं. जनता के पैसे से बनी 108 एंबुलेंस सेवा आज जान बचाने के बजाय जान लेने का कारण बन रही है.

सरकार से पूछे तीन सवाल : उन्होंने कहा कि आज जनता सरकार से पूछ रही है कि एंबुलेंस में ऑक्सीजन क्यों नहीं थी?. अस्पताल में ट्रॉली क्यों नहीं थी? और आधार कार्ड के बिना इलाज क्यों रोका जा रहा है? जूली ने कहा कि प्रदेश की जनता की जनता को अपने निर्णय पर पछतावा हो रहा है. वह अब सरकार से जवाब चाहती है. झूठे दावों और लापरवाही से लोगों की जिंदगी नहीं बचाई जा सकती. जनता इस घोर लापरवाही के लिए सरकार को कभी माफ नहीं करेगी.

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