जयपुर. पहले साल 2012, 2015 और 2018 में शिक्षा निदेशक ने स्कूलों में मोबाइल पर बैन लगाया था. वहीं, हाल ही में शिक्षा मंत्री ने स्कूलों में मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं करने के निर्देश दिए. जिस पर राजस्थान शिक्षक संघ शेखावत ने एक जुलाई 2024 से शुरू हो रहे नवीन सत्र में शिक्षकों की ओर से स्कूलों में एंड्रोड फोन का इस्तेमाल नहीं करने का एलान किया है. संघ के प्रदेश अध्यक्ष महावीर सिहाग ने बताया कि शिक्षा मंत्री के स्कूलों में फोन न रखने के निर्देशों की पालना की जाएगी. इससे गैर शैक्षणिक कार्यों से मुक्ति का मार्ग भी आसान होगा.
वहीं, उन्होंने पहली कक्षा में प्रवेश की आयु 6 साल किए जाने पर प्रदेश के सरकारी स्कूलों में इस वर्ष पहली कक्षा संचालित नहीं होने पर चिंता व्यक्त की. साथ ही प्रवेश की आयु 5 वर्ष कर राज्य सरकार से इस मुद्दे को निस्तारित करने की मांग की गई. इसके अलावा स्थाई स्थानांतरण नीति बनाकर थर्ड ग्रेड सहित सभी संवर्गों के स्थानांतरण करने, चार सत्र की बकाया DPC अविलम्ब पूरी करने, शिक्षकों के सभी रिक्त पदों को भरने, नामांकन अभियान को गति देने और शिक्षकों की वाजिब मांगों को लेकर संघर्ष समिति के तहत रणनीति बनाकर व्यापक विरोध प्रदर्शन करने का भी फैसला लिया.
इस दौरान उन्होंने शिक्षक संघ शेखावत की प्रदेश कमेटी के एजेंडे पेश करते हुए सदस्यता अभियान को जल्द पूरा करने की कार्ययोजना भी बनाई. वहीं, बढ़ती गर्मी और पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधारोपण के बड़े अभियान का आगाज किए जाने की आवश्यकता को रेखांकित किया गया. इसके लिए इस वर्ष पौधारोपण की जगह बड़े दीर्घकालिक पेड़ लगाने की योजना बनाई गई. साथ ही तय किया गया कि इस सत्र में संगठन 20 लाख पेड़ लगाने का लक्ष्य तय कर उसको मूर्त रूप देने का काम करेगा और हर पेड़ को अपने परिवार का सदस्य मानते हुए उसकी देखभाल करेगा. साथ ही जिलों में एक बीड या जोहड को तय कर उसमें भगत सिंह की स्मृति में वन लगाएंगे.