प्रतापगढ़ : जिले के पुलिस अधीक्षक लक्ष्मण दास को सरकार ने एपीओ कर दिया है. राज्य सरकार के संयुक्त शासन सचिव कनिष्क कटारिया द्वारा जारी किए गए आदेशों के मुताबिक अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बनवारी लाल मीणा फिलहाल कार्यवाहक पुलिस अधीक्षक रहेंगे. एसपी के इस तरह एपीओ होने के बाद पुलिस महकमें में खलबली मची हुई है.
थानाधिकारी को 8 लाख की रिश्वत लेते दबोचा : जिले में सोमवार को अरनोद थाना अधिकारी सुरेंद्र सोलंकी को 8 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए एसीबी की टीम ने गिरफ्तार किया था. आठ लाख रुपए की राशि एक व्यक्ति को एनडीपीएस के प्रकरण में आरोपी नहीं बनाने की एवज में मांगने का आरोप लगा था. ब्यूरो के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विक्रमसिंह परमार ने बताया था कि नजदीकी राज्य मध्यप्रदेश के रतलाम जिले के पीपलोदा के एक व्यक्ति ने ब्यूरो कार्यालय में शिकायत दी कि अरनोद थाना प्रभारी सुरेंद्र सोलंकी और दलाल कांतिलाल प्रजापत उर्फ गुड्डू एनडीपीएस के प्रकरण में आरोपी नहीं बनाने की एवज में आठ लाख रुपए की मांग कर रहे हैं.
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कार्रवाई के पीछे पुलिस पर उठते सवाल : प्रतापगढ़ के एसपी लक्ष्मण दास को एपीओ किए जाने के पीछे प्रशासनिक कारणों में लगातार पुलिस महकमे पर खड़े हो रहे सवालों को प्रमुख वजह है माना जा रहा है. जिस तरह से सोमवार को प्रतापगढ़ में एक थानाधिकारी को 8 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया था. इस कार्रवाई के बाद खाकी की छवि पर प्रत्यक्ष रूप से उंगलियां उठना शुरू हो गई थी. इसके अलावा भी जिले में नारकोटिक्स से जुड़े मामलों को लेकर विपक्ष लगातार पुलिस के रुख पर सवाल खड़े कर रहा था. गौरतलब है कि प्रतापगढ़ राजस्थान का सरहदी जिला है, जो कानून व्यवस्था के लिहाज से खासा महत्वपूर्ण है.