जयपुर : राजस्थान में कोचिंग सेंटर में पढ़ रहे छात्रों की सुरक्षा को लेकर राज्य सरकार ने भी चिंता जाहिर की है. उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा ने कोचिंग सेंटर्स में जो भी खामी है, उन्हें दूर करने के लिए एक जांच कमेटी गठित करने की बात कही है, जो कोचिंग सेंटर्स का निरीक्षण कर कमियों की रिपोर्ट राज्य सरकार को पेश करेगी. यही नहीं यदि नॉन कमर्शियल प्लेस पर कोचिंग संचालित हो रही है, तो उसकी भी जांच की जाएगी, ताकि दिल्ली जैसा कोई हादसा राजस्थान में ना हो.
3 दिन पहले ही दिल्ली में हुई तेज बारिश से बेसमेंट में संचालित एक कोचिंग सेंटर में पानी भर गया था, जहां यूपीएससी की तैयारी कर रहे छात्रों की क्लास चल रही थी. पानी भरने के बाद अधिकतर छात्रों को बाहर निकाल लिया गया, लेकिन तीन छात्रों की डूबने से मौत हो गई. इस दुखद घटना के बाद अब राजस्थान का सरकारी तंत्र भी हरकत में आया है. प्रदेश के उप मुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा ने इस पर राजस्थान के उन सभी जिलों में जांच की बात कही है, जहां नॉन कमर्शियल स्पेस पर कोचिंग सेंटर संचालित हो रहे हैं.
इसे भी पढ़ें- एक क्लास में पढ़ रहे 700 बच्चे, एग्जिट सिर्फ एक और फायर इक्विपमेंट एक्सपायर, दो कोचिंग सीज - Jaipur Nagar Nigam Action
छात्रों की सुरक्षा के लिए सरकार प्रतिबद्ध : प्रेमचंद बैरवा ने इसके साथ ही एक कमेटी का भी गठन किया गया है, जो कोचिंग सेंटर्स की जांच कर कमी खामियों की रिपोर्ट पेश करेगी. बैरवा ने बताया कि राज्य सरकार भी इस संबंध में चिंता जाहिर कर चुकी है और निश्चित रूप से दिल्ली जैसी कोई घटना ना हो, इसके लिए एक कमेटी का गठन किया गया है. ये कमेटी जांच कर ये बताएगी कि क्या कमियां हैं. उन्होंने कहा कि छात्रों की सुरक्षा के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है.
उधर, राजस्थान विश्वविद्यालय के छात्र नेता अभिषेक चौधरी मंगलवार को कोचिंग संस्थानों के विरुद्ध त्रिवेणी चौराहे से रिद्धि सिद्धि चौराहे तक मशाल रैली निकालने जा रहे थे, लेकिन पुलिस प्रशासन ने उन्हें महेश नगर थाने पर ही बैठाकर रखा. इस पर अभिषेक के समर्थकों ने थाने का घेराव किया, जिसके बाद अभिषेक को छोड़ा गया. अभिषेक चौधरी ने सरकारी तंत्र पर मशाल रैली को दबाने का आरोप लगाया. साथ ही आगामी दिनों में बड़ा आंदोलन करने की चेतावनी दी.