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शिक्षा मंत्री मदन दिलावर बोले- अब स्कूल टाइम में धार्मिक सहभागिता के नाम पर नहीं मिलेगी छुट्टी, अगर कोई गया तो उसकी खैर नहीं - Minister Madan Dilawar

Big statement of Minister Madan Dilawar, राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि अब स्कूल टाइम में धार्मिक सहभागिता के नाम पर किसी को छुट्टी नहीं मिलेगी. अगर कोई जाता है तो उसकी खैर नहीं है, क्योंकि हम जल्द ही इसको लेकर आदेश जारी करने जा रहे हैं.

Big statement of Minister Madan Dilawar
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Feb 14, 2024, 9:02 PM IST

शिक्षा मंत्री मदन दिलावर

जयपुर. कोई बालाजी पूजने के नाम पर कोई भेरुजी पूजन के नाम पर तो कोई नमाज पढ़ने के नाम पर स्कूल समय से चले जाते हैं. ऐसे में अब स्पष्ट निर्देश जारी किए जाएंगे कि स्कूल टाइम में कोई भी शिक्षक किसी भी बहाने से स्कूल छोड़कर न जाए. यदि वो जाएगा तो उसे पूरे दिन की छुट्टी लेनी पड़ेगी. यदि कोई शिक्षक लगातार ऐसा करता पाया गया तो उसकी एब्सेंट मार्क की जाएगी. ये कहना है राज्य के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर का. स्कूलों में लगातार औचक निरीक्षण करने के दौरान सामने आई स्थिति को मद्देनजर रखते हुए बुधवार को उन्होंने इस संबंध में जल्द आदेश जारी करने की बात कही. साथ ही कहा कि कष्ट होता है कि सूर्य भगवान का विरोध करने वाले भी इस धरती पर पैदा हो रहे हैं.

जल्द जारी करेंगे आदेश : शिक्षा मंत्री ने बालिका शिक्षा प्रोत्साहन व पाठ्य पुस्तक मंडल स्वर्ण जयंती समारोह में मंच से शिक्षकों को चेतावनी देते हुए कहा कि कई शिक्षक मस्जिद जाने के नाम पर, नमाज पढ़ने के नाम पर कई-कई घंटे गायब रहते हैं. इससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होती है. ऐसे में अब जल्द ऐसे आदेश जारी किए जाएंगे कि कोई भी अध्यापक बालाजी, भेरुजी पूजन के नाम पर, देवी-देवता पूजने के नाम पर या नमाज पढ़ने के नाम पर अपना विद्यालय नहीं छोड़ेगा. अगर छोड़ना है तो पूरे दिन की छुट्टी लेनी पड़ेगी. उन्होंने कहा कि वो किसी पूजा-पाठ के विरोधी नहीं है, लेकिन पूजा पाठ का एक समय होता है. उस समय आराधना कीजिए, लेकिन शिक्षक विद्यालय के समय में कटौती करके जा रहे हैं, ये ठीक नहीं होगा.

इसे भी पढ़ें - ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर बोले- स्कूल ही नहीं घरों में भी लागू होना चाहिए सूर्य नमस्कार

भगवान सूर्य का विरोध करने वाले भी इस धरती पर पैदा हो रहे हैं : वहीं, सूर्य सप्तमी यानी 15 फरवरी को सभी से 10:30 बजे से 11 बजे के बीच सूर्य नमस्कार करने का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि वो खुद जयपुर चौगान स्टेडियम में सूर्य नमस्कार करेंगे. इस दिन सभी छात्रों को स्कूल आना ही चाहिए, क्योंकि सूर्य भगवान की आराधना या सूर्य नमस्कार किसी मजहब से जुड़ा हुआ नहीं है. उन्होंने कहा कि कष्ट इस बात का हो रहा है कि सूर्य भगवान का विरोध करने वाले भी इस धरती पर पैदा हो रहे हैं. माननीय न्यायालय में जा रहे हैं और कह रहे हैं कि सूर्य भगवान की पूजा करने से हमारी भावनाएं आहत होती है. इनके लिए क्या शब्द कहें क्या नहीं, लेकिन इस पर बोले बिना भी रहा नहीं जा रहा कि जिसको सूर्य भगवान की आराधना करने से, सूर्य भगवान को प्रणाम करने से, सूर्य नमस्कार करने से आपत्ति है, वो सूर्य भगवान का प्रकाश लेना बंद कर दें. वो काल कोठरी में घुस जाए, ताकि सूर्य की किरणें उन पर न पड़े.

सूर्य नमस्कार करने वालों को नहीं होगी कोई बीमारी : उन्होंने कहा कि वो किसी से नहीं कह रहे हैं कि उन्हें सूर्य नमस्कार करना है, सिर्फ निवेदन किया है, लेकिन विद्यालयों में और शिक्षण संस्थानों में कहा है कि सरकार का आदेश मानना पड़ेगा. सरकार का आदेश है कि सभी विद्यार्थियों को सूर्य नमस्कार करना पड़ेगा तो करना पड़ेगा. वो खुद आज भी एक विद्यालय जाकर सूर्य नमस्कार करके आए हैं, जहां शिक्षक छात्र सभी ने सूर्य नमस्कार किया. यह एक सर्वांग योग है. यदि कोई 13 सूर्य नमस्कार रोज करता है तो उसके जीवन में किसी भी प्रकार की बीमारी होने की संभावना नहीं होगी.

इसे भी पढ़ें - सूर्य नमस्कार के खिलाफ दायर याचिका खारिज, HC ने रोक लगाने से किया इनकार

मंत्री ने किया ये आग्रह : इस दौरान उन्होंने सभी को सूर्य सप्तमी यानी भगवान सूर्य के उत्पत्ति दिवस की बधाई देते हुए कहा कि कल हम सब लोग सूर्य नमस्कार करते हुए सूर्य की आराधना करेंगे. 10:30 से 11:00 बजे के बीच सभी लोग सामूहिक रूप से सभी सरकारी- गैर सरकारी शिक्षण संस्था, कोचिंग क्लासेस और सामाजिक, आध्यात्मिक, राजनीतिक क्षेत्र से जुड़े प्रबुद्ध लोगों से यही आग्रह है कि सामूहिक रूप से इकट्ठा होकर संभव हो तो स्कूल प्रांगण में जाकर विद्यार्थियों के साथ सूर्य नमस्कार करें, ताकि सूर्य भगवान हमसे प्रसन्न रहे.

शिक्षा मंत्री मदन दिलावर

जयपुर. कोई बालाजी पूजने के नाम पर कोई भेरुजी पूजन के नाम पर तो कोई नमाज पढ़ने के नाम पर स्कूल समय से चले जाते हैं. ऐसे में अब स्पष्ट निर्देश जारी किए जाएंगे कि स्कूल टाइम में कोई भी शिक्षक किसी भी बहाने से स्कूल छोड़कर न जाए. यदि वो जाएगा तो उसे पूरे दिन की छुट्टी लेनी पड़ेगी. यदि कोई शिक्षक लगातार ऐसा करता पाया गया तो उसकी एब्सेंट मार्क की जाएगी. ये कहना है राज्य के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर का. स्कूलों में लगातार औचक निरीक्षण करने के दौरान सामने आई स्थिति को मद्देनजर रखते हुए बुधवार को उन्होंने इस संबंध में जल्द आदेश जारी करने की बात कही. साथ ही कहा कि कष्ट होता है कि सूर्य भगवान का विरोध करने वाले भी इस धरती पर पैदा हो रहे हैं.

जल्द जारी करेंगे आदेश : शिक्षा मंत्री ने बालिका शिक्षा प्रोत्साहन व पाठ्य पुस्तक मंडल स्वर्ण जयंती समारोह में मंच से शिक्षकों को चेतावनी देते हुए कहा कि कई शिक्षक मस्जिद जाने के नाम पर, नमाज पढ़ने के नाम पर कई-कई घंटे गायब रहते हैं. इससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होती है. ऐसे में अब जल्द ऐसे आदेश जारी किए जाएंगे कि कोई भी अध्यापक बालाजी, भेरुजी पूजन के नाम पर, देवी-देवता पूजने के नाम पर या नमाज पढ़ने के नाम पर अपना विद्यालय नहीं छोड़ेगा. अगर छोड़ना है तो पूरे दिन की छुट्टी लेनी पड़ेगी. उन्होंने कहा कि वो किसी पूजा-पाठ के विरोधी नहीं है, लेकिन पूजा पाठ का एक समय होता है. उस समय आराधना कीजिए, लेकिन शिक्षक विद्यालय के समय में कटौती करके जा रहे हैं, ये ठीक नहीं होगा.

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भगवान सूर्य का विरोध करने वाले भी इस धरती पर पैदा हो रहे हैं : वहीं, सूर्य सप्तमी यानी 15 फरवरी को सभी से 10:30 बजे से 11 बजे के बीच सूर्य नमस्कार करने का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि वो खुद जयपुर चौगान स्टेडियम में सूर्य नमस्कार करेंगे. इस दिन सभी छात्रों को स्कूल आना ही चाहिए, क्योंकि सूर्य भगवान की आराधना या सूर्य नमस्कार किसी मजहब से जुड़ा हुआ नहीं है. उन्होंने कहा कि कष्ट इस बात का हो रहा है कि सूर्य भगवान का विरोध करने वाले भी इस धरती पर पैदा हो रहे हैं. माननीय न्यायालय में जा रहे हैं और कह रहे हैं कि सूर्य भगवान की पूजा करने से हमारी भावनाएं आहत होती है. इनके लिए क्या शब्द कहें क्या नहीं, लेकिन इस पर बोले बिना भी रहा नहीं जा रहा कि जिसको सूर्य भगवान की आराधना करने से, सूर्य भगवान को प्रणाम करने से, सूर्य नमस्कार करने से आपत्ति है, वो सूर्य भगवान का प्रकाश लेना बंद कर दें. वो काल कोठरी में घुस जाए, ताकि सूर्य की किरणें उन पर न पड़े.

सूर्य नमस्कार करने वालों को नहीं होगी कोई बीमारी : उन्होंने कहा कि वो किसी से नहीं कह रहे हैं कि उन्हें सूर्य नमस्कार करना है, सिर्फ निवेदन किया है, लेकिन विद्यालयों में और शिक्षण संस्थानों में कहा है कि सरकार का आदेश मानना पड़ेगा. सरकार का आदेश है कि सभी विद्यार्थियों को सूर्य नमस्कार करना पड़ेगा तो करना पड़ेगा. वो खुद आज भी एक विद्यालय जाकर सूर्य नमस्कार करके आए हैं, जहां शिक्षक छात्र सभी ने सूर्य नमस्कार किया. यह एक सर्वांग योग है. यदि कोई 13 सूर्य नमस्कार रोज करता है तो उसके जीवन में किसी भी प्रकार की बीमारी होने की संभावना नहीं होगी.

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मंत्री ने किया ये आग्रह : इस दौरान उन्होंने सभी को सूर्य सप्तमी यानी भगवान सूर्य के उत्पत्ति दिवस की बधाई देते हुए कहा कि कल हम सब लोग सूर्य नमस्कार करते हुए सूर्य की आराधना करेंगे. 10:30 से 11:00 बजे के बीच सभी लोग सामूहिक रूप से सभी सरकारी- गैर सरकारी शिक्षण संस्था, कोचिंग क्लासेस और सामाजिक, आध्यात्मिक, राजनीतिक क्षेत्र से जुड़े प्रबुद्ध लोगों से यही आग्रह है कि सामूहिक रूप से इकट्ठा होकर संभव हो तो स्कूल प्रांगण में जाकर विद्यार्थियों के साथ सूर्य नमस्कार करें, ताकि सूर्य भगवान हमसे प्रसन्न रहे.

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