जोधपुर : राजस्थान विधानसभा में मंगलवार को शून्यकाल में अंता विधायक कंवरलाल ने पर्ची के तहत अपने विधानसभा क्षेत्र में महंगी और अवैध बजरी का मामला उठाया. इस दौरान पूर्व खनन मंत्री प्रमोद जैन भाया का नाम लेने से विपक्ष ने हंगामा खड़ा कर दिया. विधायक ने भाया को भ्रष्टाचारी बताया और सरकार से सजा दिलाने की भी मांग रखी. इस दौरान विपक्ष के नेता टीकाराम जूल और विधायक गोविंद सिंह डोटासरा ने टोकाटाकी भी की.
कंवरलाल ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने जब से भाया को मंत्री बनाया, उसी दिन से अवैध खनन का बोलबाला शुरू हो गया. वे भ्रष्टाचार के ब्रांड एंबेसडर हो गए. भाया का नाम लेते ही सदन में हंगामा होने लगा. इस पर कंवरलाल ने कहा कि बार-बार राहुल गांधी की तरह मुंह खोल कर खड़े हो जाते हैं. कंवरलाल यहीं रुके, उन्होंने हंगामा कर रह हे विपक्ष के लोगों से आप बार-बार तरह खड़े हो जाते हैं. विधायक ने कहा कि बीसलपुर बांध में बजरी का ठेका जिसे दिया है, यह एनजी गडियाल कोन हैं, जिसे 28000 करोड़ का ठेका दिया है. यह भाया का पार्टनर है.
आपकी पार्टी से सांगोद से जो विधायक रहे हैं, उन्होंने क्या-क्या नहीं किया. अंत में यह भी कहा, 'भाया रे भाया, खूब खाया', एक तो पूरा गांव ही खाया. विधायक ने कहा कि मेरे विधानसभा क्षेत्र में दो नदियां बहती हैं, लेकिन फिर भी बजरी महंगी है. सरकार को चाहिए कि गरीबों को घर बनाने के लिए बजरी सस्ती उपलब्ध करवाए. अंता विधायक ने यह भी कहा कि ऐसे 'सरदार' रहे कैबिनेट मंत्री को सजा दिलाई जाए.
मांडल विधायक उदयलाल भडाणा ने यूआईटी भीलवाड़ा की भूमि अवाप्ति कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए बिना सरकार की अनुमति के भू-माफिया और अधिकारियों की मिलीभगत के करोड़ों रुपये के मुआवजे वितरित कर दिए गए. विधायक ने कहा कि इनकी सीआईडी सीबी से जांच करवाई जाए. डग विधायक कालूराम ने कालीसिंध नदी पर बांध बनाने पर अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि चंबल नदी हमारे विधानसभा से सटी हुई निकलती है. एमपी में हजारों बीघा जमीन इस नदी के पानी से सिंचाई हो रही है. मेरे विधानसभा क्षेत्र में एक एनिकट बनाकर लोगों को राहत दी जा सकती है.