जयपुर: राजस्थान विधानसभा में 7 रिक्त सीटों के लिए उपचुनाव 13 नवंबर को होगा. भारत निर्वाचन आयोग की ओर से घोषित चुनाव कार्यक्रम के अनुसार इन सीटों पर मतगणना महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव की मतगणना के साथ ही 23 नवम्बर को होगी. राज्य में झुंझुनू, रामगढ़ (अलवर), दौसा, देवली-उनियारा (टोंक), खींवसर (नागौर), सलूम्बर (उदयपुर) और चौरासी (डूंगरपुर) विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव होना है. चुनाव तारीखों के ऐलान के साथ प्रदेश के चुनाव वाले क्षेत्रों में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है. 7 विधानसभा क्षेत्रों में 19 लाख 36 हजार से ज्यादा मतदाता अपने अधिकार का प्रयोग करेंगे.
यहां लगी आचार संहिता: मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन ने राज्य के विभिन्न मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ शासन सचिवालय में बैठक की. बैठक में दलों को विधानसभा उपचुनाव-2024 के कार्यक्रम और आदर्श चुनाव आचार संहिता की जानकारी दी गई. निर्वाचन विभाग ने सभी दलों से स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण मतदान तथा आदर्श आचार संहिता का पालन सुनिश्चित करवाने में सहयोग करने का आग्रह किया.
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महाजन ने बताया कि उपचुनाव की घोषणा के साथ ही संबंधित राजस्व जिलों में आचार संहिता लागू हो गई है. आचार संहिता दौसा और डूंगरपुर के सम्पूर्ण जिलों में तथा अलवर, झुंझुनू, टोंक, नागौर और सलूम्बर के नवीन पुनर्गठित राजस्व जिलों में लागू रहेगी. उप चुनाव के लिए अधिसूचना 18 अक्टूबर को जारी होगी और उसके साथ ही उम्मीदवारों के लिए नामांकन प्रक्रिया प्रारंभ हो जाएगी, जो 25 अक्टूबर को दोपहर 3 बजे तक चलेगी. नामांकन पत्रों की संवीक्षा 28 अक्टूबर को की जाएगी. इसके साथ 30 अक्टूबर तक नाम वापस लिए जा सकेंगे.
7 विधानसभा क्षेत्रों में कुल 19.36 लाख मतदाता: मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि विधानसभा उपचुनाव के दौरान 19,36,533 मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे. इसके लिए 7 विधानसभा क्षेत्रों में कुल 1,862 मतदान केंद्र और 53 सहायक मतदान केंद्र स्थापित किए जाएंगे.
शिकायतों के लिए सी-विजिल एप: मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि चुनाव संबंधित क्षेत्रों में आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायतों के निस्तारण के लिए सी-विजिल एप काफी कारगर होगा. उन्होंने मतदाता जागरूकता के लिए चलाए जा रहे अभियानों, दिव्यांग और 85 वर्ष से अधिक उम्र के मतदाताओं के लिए होम वोटिंग की सुविधा की जानकारी दी.