जयपुर. दिल्ली के अलीपुरा में 22 अप्रैल को हुए नरेंद्र मलिक हत्याकांड का एक आरोपी हनुमानगढ़ में पुलिस के हत्थे चढ़ा है. उसकी लोकेशन पता चलने के बाद एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स, दिल्ली क्राइम ब्रांच और हनुमानगढ़ डीएसटी ने घेराबंदी की. खुद को घिरा हुआ देखकर उसने पुलिस पर फायरिंग की. जवाबी गोलीबारी में उसके पैर पर गोली लगी है. उसे पकड़कर पुलिस ने हनुमानगढ़ अस्पताल पहुंचाया. जहां उसका उपचार किया गया.
एडीजी (क्राइम-एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स) दिनेश एमएन ने बताया, दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच से इनपुट मिला कि दिल्ली के अलीपुरा में 22 अप्रैल को गोगी गिरोह के नरेंद्र मलिक हत्याकांड में शामिल बदमाश सागर उर्फ शंकर हनुमानगढ़ के संगरिया-टिब्बी थाना इलाके में छिपा हुआ है. यह बदमाश टिल्लू ताजपुरिया, नीरज बवानिया व अमित दबंग गिरोह का सक्रिय सदस्य हैं. इस पर हनुमानगढ़ एसपी विकास सांगवान को सागर उर्फ शंकर की पहचान और रुकने के स्थान के बारे में सूचना दी गई. एजीटीएफ के एएसपी विद्या प्रकाश, पुलिस इंस्पेक्टर सुनील जांगिड़ व रविंद्र प्रताप सिंह को समन्वय का जिम्मा सौंपा गया.
घेराबंदी की तो बदमाश ने की फायरिंग : दिनेश एमएन के अनुसार, एजीटीएफ राजस्थान, दिल्ली क्राइम ब्रांच व एनडीआर एवं हनुमानगढ़ की डीएसटी ने टिब्बी थाना क्षेत्र के साबूआना में बदमाश सागर उर्फ शंकर को पकड़ने के लिए घेराबंदी की. इसी दौरान उसने पुलिस पर जानलेवा हमला कर फायरिंग शुरू कर दी. बदमाश की गोली दिल्ली पुलिस के एक जवान को लगी. लेकिन बुलेट प्रूफ जैकेट के कारण उसकी जान बच गई. जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली पैर में लगने से सागर उर्फ शंकर घायल हो गया. इसके बाद टीम ने उसे दबोच लिया. आरोपी को उपचार के लिए राजकीय चिकित्सालय हनुमानगढ़ में भर्ती करवाया गया है.