नई दिल्ली: दिल्ली नगर निगम में नेता विपक्ष व पूर्व महापौर राजा इकबाल सिंह ने आम आदमी पार्टी की मेयर द्वारा प्रेस वार्ता कर दिए गए बयान का खंडन किया है. उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी जुडिशल कमेटी के आदेश के बावजूद दुकानों को डी-सील न कर पाने की अपनी नाकामी को छुपाने के लिए दिल्ली नगर निगम के उच्च अधिकारियों पर दोषारोपण कर रही है.
आरोप है कि दिल्ली नगर निगम में आम आदमी पार्टी की सरकार है. इसके बाद भी आम आदमी पार्टी व्यापारियों को राहत नहीं दे पा रही है. अपने दोहरे चरित्र को छुपाने के आयुक्त को पत्र लिखने का ढोंग रचा रही है. नेता विपक्ष ने ये भी कहा कि AAP में भ्रष्टाचार के कारण निगम अधिकारियों में आपस में तालमेल नहीं है, जिसके कारण दुकानें डी-सील नहीं हो पा रही है और व्यापारियों को परेशानी उठानी पड़ रही है.
सिंह ने कहा कि आम आदमी पार्टी की मेयर और आयुक्त दिल्ली नगर निगम के मुख्यालय में ही बैठते हैं. उसके बावजूद मेयर को आयुक्त को पत्र लिखना पड़ रहा है, जबकि मेयर आयुक्त को बुलाकर इस संबंध में बात कर सकती हैं. इस बात से साफ जाहिर होता है कि आम आदमी पार्टी और निगम अधिकारियों में से किसी तरह का तालमेल नहीं है. यह पार्टी एक आंदोलन कारी पार्टी है, यह लोग डीएमसी एक्ट के अनुरूप कार्य नहीं करना चाहते हैं, जिसके कारण सभी विकास के कार्य ठप्प पड़े हैं. और कोई नया कार्य नहीं हो पा रहा है. जिसका खामियाजा दिल्ली के नागरिकों को उठाना पड़ रहा है.