रायपुर: रायपुर जिले के आरंग थाना अंतर्गत पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पकड़े गए आरोपी नकली पुलिस बनकर अवैध वसूली करते थे. पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने सोमवार को रेत घाट में अवैध वसूली कर रहे 3 लोगों को गिरफ्तार किया है. पकड़े गए आरोपी स्कॉर्पियो में सायरन और बत्ती लगाकर लोगों को डरा धमका कर वसूली करते थे. पकड़े गए आरोपी दुर्ग और महासमुंद जिले के रहने वाले हैं. आरोपियों के खिलाफ आरंग पुलिस ने धारा 308 (2), 205, 3(5) बीएनएस के तहत कार्यवाही की है.
आरंग से नकली पुलिस गिरफ्तार: ग्रामीण एडिशनल एसपी कीर्तन राठौर ने बताया "पीड़ित रमेश साहू ने 29 दिसंबर को अपने साथी रवि शंकर रजक के साथ हाइवा से रेत लाने के लिए रेट घाट गया हुआ था. रात लगभग 2 बजे वहां से लौटते समय ढाबे के पास तीनों आरोपी स्कॉर्पियो वाहन में सवार थे. गाड़ी में सायरन के साथ ही बत्ती भी लगी हुई थी. रेत घाट से रेत ले जाने के पेपर और रॉयल्टी जमा करने की बात को लेकर डरा धमका कर पीड़ित से 3 हजार रुपए वसूल लिए. जिसकी शिकायत पीड़ित ने पुलिस में की. जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई की."
आरंग पुलिस ने सायरन और बत्ती लगे हुए स्कॉर्पियो को जब्त करने के साथ ही PSO की पहनी जाने वाली नीले कलर की सफारी वर्दी भी बरामद की है. पकड़ा गया आरोपी प्रवीण चंद्राकर जामगांव जिला दुर्ग का रहने वाला है. वही दूसरा आरोपी भागवत वैष्णव थाना पटेवा जिला महासमुंद का रहने वाला है. तीसरा आरोपी निखिल कुमार बाघमारे थाना पटेवा जिला महासमुंद का रहने वाला है.
किराए की गाड़ियां बेचने का आरोपी गिरफ्तार: रायपुर सिविल लाइन थाना पुलिस ने सोमवार को एक आरोपी को गिरफ्तार किया था. आरोपी का नाम जगमोहन सिंह मसराम है. जो महंगी गाड़ियों को किराए में लेता था और उन्हें दूसरों को बेच देता था. मामला दर्ज होने के 24 घंटे के भीतर सिविल लाइन पुलिस और एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट की संयुक्त टीम ने आरोपी को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपी भाटापारा जिला बलौदाबाजार का रहने वाला है. वर्तमान में रायपुर के बोरियाखुर्द में रहकर धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम देता था. आरोपी और अन्य लोगों से 23 फोर व्हीलर गाड़ियां पुलिस ने जब्त की है. जिसकी कीमत लगभग 2 करोड़ 2 लाख रुपए है.