रायपुर: छत्तीसगढ़ की रायपुर पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. सोशल मीडिया साइट पर आरोपी डीपी लगाकर ठगी की वारदात को अंजाम देते थे. इस तरह के फ्रॉड केस में पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है. सभी आरोपी राजस्थान के रहने वाले हैं. इनके पास से पुलिस ने 20 लाख रुपये और आठ मोबाइल जब्त किया है. गिरफ्तार किए गए आरोपी स्वरूप सिंह और सुरेश पुरोहित पहले भी धोखाधड़ी के केस में जेल जा चुके हैं.
आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज: रायपुर पुलिस ने इन आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया है. सिविल लाइन पुलिस ने धारा 318 (4) बीएनएस के तहत केस दर्ज किया है और कार्रवाई कर रही है. रायपुर पुलिस के क्राइम विभाग के एडिशनल एसपी संदीप मित्तल ने इस केस में और जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि पीड़ित सन्नी जुमनानी ने सिविल लाइन में रिपोर्ट दर्ज कराया था कि वह अवंती विहार के कविता नगर का रहने वाला है. वह सोलर पैनल का काम करता है. उसका भाई बंटी जुमनानी का दोस्त पुनीत परवानी है. आरोपियों ने पुनीत परवानी का डीपी लगाकर ठगी की वारदात को अंजाम दिया और रुपये की ठगी की.
आरोपी ने 8 नवंबर 2024 को पीड़ित के भाई बंटी जुमनानी के मोबाइल नंबर पर कॉल किया. उसने सोशल साइट के जरिए डीपी बदलकर कॉल किया. इसमें उसने पुनीत परवानी का डीपी लगाया था. उसने कहा कि वह दिल्ली में है और उसे पैसों की जरूरत है. इस पर बंटी जुमनानी ने दिल्ली निवासी अपने दोस्त को इसे नगद पैसे देने को कहा. उसके दोस्त ने पांच लाख रुपये नगद भुगतान किया. जब बंटी जुमनानी ने पुनीत से पैसे की मांग की तो इस खेल का खुलासा हुआ. उसके बाद हमने जांच की और टीम बनाकर आरोपियों की गैंग को राजस्थान से गिरफ्तार किया: संदीप मित्तल, एडिशनल एसपी, रायपुर पुलिस
मुखबिर की सूचना पर हुई कार्रवाई: रायपुर की साइबर यूनिट और एंटी क्राइम यूनिट को मुखबिर से सूचना मिली की इस तरह की धोखाधड़ी करने वाले आरोपी राजस्थान में छिपे हैं. पुलिस की टीम राजस्थान रवाना हुई और आरोपी सुरेश पुरोहित और वैभव जैन को पकड़ा. दोनों आरोपियों ने अपने अन्य साथियों खानू खान, स्वरूप सिंह और हैदर के साथ ठगी की वारदात को अंजाम देना स्वीकार किया.