रायपुर : छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर को जल्द बड़ी सौगात मिलने वाली है. रायपुर में जल्द ई सिटी बस सेवा शुरू होने जा रही है. केंद्र सरकार पीएम ई बस योजना के तहत रायपुर को 100 ई बसें देने जा रही है. रायपुर नगर पालिका निगम की बैठक सोमवार को हुई. बैठक के बाद रायपुर महापौर एजाज ढेबर ने पत्रकारों से चर्चा के दौरान इसकी जानकारी दी है.
सितंबर माह से रायपुर में ई सिटी बस सेवा संभव : रायपुर महापौर एजाज ढेबर ने पत्रकारों को बताया, "बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए. जिसमें खासकर केंद्र सरकार से मिलने वाली 100 सिटी ई सिटी बसों पर चर्चा हुई. इन ई-सिटी बसों को शहर में चलने को लेकर सभी से विचार विमर्श किया गया. आगामी सितंबर माह से रायपुर में ई सिटी बस सेवा शुरू हो सकती है. यह सभी ई बसें केंद्र सरकार से रायपुर को मिल रही है." इस दौरान महापौर एजाज ढेबर ने साफ कर दिया कि यह ई बसें नया रायपुर में नहीं चलानी चाहिए.
केंद्र से रायपुर को मिलेगी 100 ई सिटी बसें : केंद्र सरकार से 100 ई सिटी बसें रायपुर को मिल रही है, जिसका संचालन राजधानी रायपुर में किया जाएगा. खास बात यह है कि यह सभी ई बसें बैटरी से चलेंगी, जिससे प्रदूषण में कमी तो आएगी ही, साथ में रायपुर वासियों को आवाजाही में काफी सहूलियत भी होगी.
पीएम ई बस योजना क्या है? : शहरों में पब्लिक ट्रांसपोर्ट के ढांचे को मजबूत करने के लिए केंद्र सरकार ने पीएम ई बस सेवा योजना शुरू की है. मार्च 2024 में केंद्र सरकार ने छत्तीसगढ़ के प्रमुख शहरों के लिए कुल 240 ई बसों की स्वीकृति दी. इस योजना के तहत राज्यों के शहरों की जनसंख्या के आधार पर ई बसों की संख्या निर्धारित की गई है. इस हिसाब से रायपुर को 100, दुर्ग-भिलाई के लिए 50, बिलासपुर के लिए 50 और कोरबा के लिए 40 ई बसों, इस प्रकार कुल मिलाकर 240 ई बसों की स्वीकृति केंद्र सरकार ने दी है. अब पीएम ई बस सेवा योजना के तहत रायपुर के लिए 100 ई बसें मिलने वाली है.
परिसीमन और जलभराव कर हुई चर्चा : बैठक में परिसीमन को लेकर भी विस्तार से चर्चा की गई. साथ ही यह भी निर्णय लिया गया कि परिसीमन को लेकर पक्ष और विपक्ष के 7-7 पार्षदों की एक बैठक बुलाई जाएगी. जिसमें उन्हें बताया जाएगा कि किस तरह से परिसीमन किया जा रहा है. इसके बाद परिसीमन की प्रक्रिया को पूरा किया जाएगा. एक-दो दिन में यह बैठक बुलाई जा सकती है.
जलभराव की समस्या से निपटने की तैयारी : बरसात के दिनों में राजधानी के जल भराव वाले क्षेत्र पर भी एमआईसी की बैठक में चर्चा की गई. जल भराव वाले क्षेत्रों में कैसे पानी निकासी की जाए, उसकी भी रूपरेखा तैयार की गई है.