चंडीगढ़: जुलाई का महीना खत्म होने को है. मानसून का सीजन भी आधा बीत चुका है. फिर भी लोग गर्मी और उमस से परेशान हैं. इस बार हरियाणा में मानसून कमजोर रहा है. इस बात का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि मानसून (Monsoon In Haryana) के इस सीजन में हरियाणा में अभी तक महज 25 फीसदी बारिश हुई है. महीने की बात करें तो हरियाणा में 1 जून से 27 जुलाई तक 113.4 एमएम बारिश हुई है, जबकि औसत बारिश 184.9 एमएम है.
इस बार हरियाणा में कमजोर रहा मानसून: इस बार हरियाणा में 39 फीसदी बारिश (Rain In Haryana) कम हुई है. हरियाणा के 16 जिले तो ऐसे हैं. जहां बारिश सामान्य से बहुत कम हुई है. फिलहाल चंडीगढ़ मौसम विभाग ने हरियाणा में 31 जुलाई तक बारिश की संभावना जताई है. इसके अलावा शनिवार को हरियाणा के 5 जिलों में बारिश हुई. सिरसा में 8.5 एमएम, सोनीपत में 6.0 एमएम, रोहतक में 1.8 एमएम, यमुनानगर और पानीपत में 1.0 एमएम बारिश हुई.
हरियाणा मौसम अपडेट: इसके अलावा हरियाणा में अधिकतम तापमान 40.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. वहीं न्यूनतम तापमान 25.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ. चंडीगढ़ मौसम विभाग के निदेशक सुरिंदर पॉल ने बताया कि इस साल अभी तक मानसून कमजोर रहा है. मानसून की सक्रियता के बावजूद, क्षेत्र में बारिश नहीं हो रही है. इसका मुख्य कारण हिमालय से मैदानी इलाकों में पहुंचने वाली हवाओं का कमजोर होना है. (Haryana Weather Update)
हरियाणा में गर्मी और उमस: बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से आने वाली हवाओं का असर भी कम रहा है. जिससे मानसून की प्रभावशीलता पर असर पड़ा है. इसके अलावा, हिमालय से आने वाली वेस्टर्न डिस्टर्बेंस (पश्चिमी विक्षोभ) का भी इस साल सक्रिय ना होना बारिश की कमी का एक मुख्य कारण है. मानसून की इस कमजोर स्थिति के चलते हरियाणा में गर्मी और उमस का प्रकोप बना हुआ है. जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.