लखनऊ: अयोध्या में जब भगवान श्री राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा हुई तो देशभर से श्रद्धालुओं को लाने के लिए आस्था स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया गया. उसी तरह अगले साल प्रयागराज में महाकुंभ है तो वहां पर श्रद्धालुओं को पहुंचने में किसी तरह की कोई दिक्कत न हो, इसके लिए रेल प्रशासन कुंभ स्पेशल ट्रेनों के संचालन की तैयारी कर रहा है.
उत्तर रेलवे की तरफ से रेलवे बोर्ड को ट्रेनों की डिमांड का प्रस्ताव भेजा गया है. सूत्रों की मानें तो 1000 कुंभ स्पेशल ट्रेन चलाकर यात्रियों को महाकुंभ तक पहुंचाया जाएगा. महाकुंभ में 50 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं के देश-विदेश से पहुंचने की संभावना है. ऐसे में रेलवे की तरफ से यहां पर तैयारियां तेज हो गई हैं.
जिस तरह अयोध्या में आस्था स्पेशल ट्रेन चलाकर श्रद्धालुओं को अयोध्या तक आने में सुविधा प्रदान की गई थी. उसी तरह अब महाकुंभ स्थल तक पहुंचने के लिए महाकुंभ स्पेशल ट्रेन चलाए जाने की पूरी तैयारी है. 1000 से ज्यादा स्पेशल ट्रेन देश के विभिन्न हिस्सों से श्रद्धालुओं को लेकर प्रयागराज पहुंचेंगी.
यहां पर उत्तर रेलवे के तीन स्टेशनों पर यात्रियों को रोकने के लिए होल्डिंग एरिया बनाया जाएगा. एक ही जगह पर यात्रियों को रोका जाएगा. श्रद्धालुओं को अगर चिकित्सकीय सहायता की आवश्यकता पड़ती है तो रेलवे की तरफ से यहां पर डॉक्टरों की व्यवस्था की जाएगी. मेडिकल स्टॉल्स खोले जाएंगे. पूछताछ केंद्र बनाए जाएंगे जिससे श्रद्धालु ट्रेनों से संबंधित पूरी जानकारी ले सकें.
750 अधिकारियों कर्मचारियों की डिमांड: उत्तर रेलवे के सीनियर डीसीएम कुलदीप तिवारी बताते हैं कि प्रयागराज में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटेगी. इसे मैनेज करने के लिए बड़ी संख्या में अधिकारियों और कर्मचारियों की आवश्यकता पड़ेगी. इसी को ध्यान में रखते हुए मेरी तरफ से रेलवे बोर्ड से विभिन्न क्षेत्रों से 750 अधिकारियों और कर्मचारियों की महाकुंभ के लिए डिमांड की गई है.
महाकुंभ के रंग में रंगेंगी ट्रेनें: उत्तर रेलवे के सीनियर डीसीएम कुलदीप तिवारी बताते हैं कि महाकुंभ बहुत बड़ा आयोजन है. श्रद्धालुओं को आकर्षित करने के लिए 18 ट्रेनों को महाकुंभ के रंग में रंगा जाएगा. रेलवे यहां पर सिक्योरिटी जोन बनाएगा. चप्पे-चप्पे की सीसीटीवी कैमरे से निगरानी की जाएगी.
स्टेशन पर खोले जाएंगे बेबी फीडिंग सेंटर: प्रयागराज में उत्तर रेलवे के तीनों स्टेशनों पर बेबी फीडिंग सेंटर भी खोले जाएंगे, जिससे यहां पर ऐसी माताएं जो बेबी को फीड करना चाहती हैं, उन्हें किसी तरह की कोई समस्या न आए.
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