नई दिल्लीः देश आजादी के 77वें साल में प्रवेश करने जा रहा है. आजादी के लिए हजारों स्वतंत्रता सेनानियों ने अपना बलिदान दिया था. देश पर संकट आया तो वीरांगनाओं ने अंग्रेजों से भी लड़ा. तमाम लड़ाई और हजारों लाखों लोगों के बलिदान के बाद हमें ये आजादी मिली. भारत मां के ऐसे वीर सपूतों व वीरांगनाओं के सम्मान में भारतीय रेलवे लोकोमोटिव (इंजन) का नाम स्वतंत्रता सेनानियों व वीरांगनाओं के नाम पर रखा है. अब तक 40 इंजनों को आकर्षक तरीके से पेंटिंग कर उन्हें वीरांगनाओं व स्वतंत्रता सेनानियों के नाम पर किया गया है. रेलवे की ये पहल आगे भी जारी रहेगी.
स्वतंत्रता संग्राम की महिलाओं का सम्मान बढ़ाने के लिए तुगलकाबाद लोकोशेड में 18 इंजनों को स्वतंत्रता संग्राम की वीरांगनाओं का नाम दिया गया है. 18 वीरांगनाओं में कौन-कौन सी वीरांगनाएं शामिल हैं. किसके नाम का इंजन किस रुट पर चलता है?. किस वीरांगना का आजादी में क्या रोल है?. इसमें इसकी पूरी जानकारी दी गई है.
उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी हिमांशु शेखर उपाध्याय ने बताया कि देश की आजादी व तमाम लड़ाइयों में भारत मां के वीर सपूतों व वीरांगनाओं के नाम पर लोकोमोटिव का नाम रखा गया है. ये पहल स्वतंत्रता सेनानियों और वीरांगनाओं के सम्मान में शुरू की गई है. इससे जो भी लोकोमोटिव जहां पर जाएगा, वहां पर लोकोमोटिव लोगों को स्वतंत्रता सेनानियों व वीरांगनाओं के बलिदान, उनकी बहादुरी और वीरगाथा को व्यक्त करेगा.
करीब 40 लोकोमोटिव का नाम स्वतंत्रता सेनानियों व वीरांगनाओं के नाम पर: स्वतंत्रता सेनानियों व वीरांगनाओं ने नाम पर लोकोमोटिव का नाम रखने की शुरुआत साल 2020 में उत्तर रेलवे से शुरू की गई थी. उत्तर रेलवे में तीन लोको शेड हैं, जहां पर रेलवे इंजन का मेंटेनेंस का काम होता है. इसमें दिल्ली का तुगलकाबाद शेड, उत्तर प्रदेश के लखनऊ स्थित आलमबाग डीजल शेड और लुधियाना डीजल शेड है. तीनों जगह के करीब 40 लोकोमोटिव का नाम स्वतंत्रता सेनानियों और वीरांगनाओं के नाम पर है. इस पहल में रेलवे में सीआरएसई कोचिंग अतुल सिंह और प्रोत्कर्ष व अनुभव की महत्वपूर्ण भूमिका रही है.
तुगलकाबाद शेड के इंजन वीरांगनाओं के नाम: दिल्ली के तुगलकाबाद शेड के लोकोमोटिव का नाम देश की वीरांगनाओं के नाम पर रखा गया है. इसमें रानी झलकारी बाई, रानी लक्ष्मीबाई, रानी चेन्नमा, उदय देवी, रानी अहिल्याबाई, रानी वेलू नचियार समेत अन्य वीरांगनाओं के नाम पर लोकोमोटिव का नाम रखा गया है. कुल 18 वीरांगनाओं के नाम पर लोकोमोटिव का नाम रखने की योजना है.
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