नई दिल्ली: जाट समाज से आने वाले नांगलोई जाट विधानसभा से आम आदमी पार्टी के विधायक राघवेंद्र शौकीन ने शुक्रवार को मंत्री पद की शपथ ली. 18 नवंबर को दिल्ली सरकार ने विधायक राघवेंद्र शौकीन को कैबिनेट मंत्री बनाने की फाइल उपराज्यपाल वीके सक्सेना के पास भेजी थी, जिसे अप्रूवल मिल गया था. शुक्रवार शाम उपराज्यपाल ने राघवेंद्र शौकीन को मंत्री पद की शपथ दिलाई.
दिल्ली सरकार के कैबिनेट मंत्री पद से कैलाश गहलोत के इस्तीफे के बाद मुख्यमंत्री आतिशी ने उनकी जगह आप विधायक राघवेंद्र शौकीन को नए कैबिनेट मंत्री बनाने का फैसला लिया था. राघवेंद्र शौकीन आतिशी सरकार में नए कैबिनेट मंत्री बने. वह नांगलोई जाट से विधायक हैं. मुख्यमंत्री ने राघवेंद्र शौकीन को नया मंत्री बनाने की फाइल पहले ही उपराज्यपाल को भेज दी थी. अब मंत्री पद की शपथ लेने के बाद राघवेंद्र शौकीन आतिशी सरकार में नए कैबिनेट मंत्री बन गए हैं.
रघुवेंद्र शोकीन जी को मंत्री पद की शपथ लेने पर बधाई।मुझे पूरा भरोसा है कि मंत्री के तौर पर आप दिल्ली के लोगों की सेवा करेंगे, उनकी ज़िंदगी को बेहतर बनायेंगे। pic.twitter.com/ZV7frJokwn
— Atishi (@AtishiAAP) December 13, 2024
बीजेपी प्रत्याशी को दी थी पटखनी: बता दें कि पश्चिमी दिल्ली के नांगलोई जाट विधानसभा सीट पर आम आदमी पार्टी का कब्जा है. आम आदमी पार्टी के राघवेंद्र शौकीन ने पिछले चुनाव में बीजेपी के मनोज कुमार शौकीन को हराया था. इससे पहले इस सीट पर कांग्रेस हैट्रिक लगा चुकी है. नांगलोई जाट विधानसभा सीट से चुनाव जीतने वाले राघवेंद्र शौकीन वर्ष 2015 के चुनाव जीतने के बाद आम आदमी पार्टी के विधायक बने थे. इसके बाद 2020 विधानसभा चुनाव में वह विजयी हुए. उनके द्वारा दायर हलफनामे के अनुसार उन पर कोई अपराधी केस दर्ज नहीं है.
#WATCH | Delhi | AAP MLA Raghuvinder Shokeen takes oath as a minister in the Delhi cabinet.
— ANI (@ANI) December 13, 2024
Delhi LG Vinai Kumar Saxena administers the oath. pic.twitter.com/5YrOCX5KvE
कौन हैं राघवेंद्र शौकीन: 57 वर्षीय राघवेंद्र शौकीन ने एलएलएम तक की पढ़ाई की है. चुनाव आयोग को दिए हलफनामे में उन्होंने अपना पेशा व्यवसायी बताया है. राघवेंद्र शौकीन का जन्म हरियाणा के कुरुक्षेत्र में हुआ था. उन्होंने कुरुक्षेत्र से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और वह कॉलेज के दिनों में ही राजनीति में सक्रिय हो गए थे. वर्ष 2015 में पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए उन्हें पार्टी से टिकट मिला था. इस सीट से वह विधायक बने. फिर वर्ष 2020 में उन्होंने दोबारा इसी सीट से जीत दर्ज की थी.
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