रायबरेली : जिला जेल में बीते गुरुवार को एक विचारधीन बंदी ने आत्महत्या कर ली थी. परिवार के लोगों ने जांच की मांग की थी. उन्होंने जेल में कैदियों की सुरक्षा पर सवाल खड़े किए थे. वहीं आत्महत्या से पहले कैदी ने जेल के फोन से पिता से बात की थी. इसकी कॉल रिकॉर्डिंग आ चुकी है. जेल प्रशासन के अनुसार कैदी फोन पर कह रहा है कि जमानत पर पैसा खर्च न करो, अब कुछ बचा नहीं है. इसके कुछ देर बाद ही उसने आत्महत्या कर ली थी.
जेल प्रशासन की तरफ से लापरवाही बरतने पर सिपाही अनुज राजवंशी को निलंबित कर दिया गया है. उसके साथ ही गिर्दा प्रभारी कमलेश कुमार पर भी अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई है. जेल प्रशासन के अनुसार अमेठी के जायस इलाके के मोहल्ला कंचाना का रहने वाला वारिस राइन पुत्र आरिफ बाबा ने पत्नी की हत्या कर दी थी.
साल वर्ष 2019 में धारा 498 ए, 307, 304 बी, 302 आईपीसी व 3/4 डीपी एक्ट में थाना मोहनगंज जनपद अमेठी में उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था. इसके बाद से वह जेल में बंद था. हाईकोर्ट से पहली बार उसने 28 अगस्त 2020 में जमानत के लिए अर्जी दी. कोर्ट ने खारिज कर दिया. इसके बाद उसकी जमानत की दो अन्य अर्जियों को भी हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया.
इससे वारिस परेशान था. गुरुवार की शाम 4.30 बजे उसने जेल के पीसीओ से अपने पिता से बातचीत की. इस दौरान करीब 6 मिनट तक बात की. जेल प्रशासन ने बताया कि कैदी ने पिता से कहा कि अब सजा काटे बिना वह नहीं छूटेगा, तुम पिछले 5 साल से बोल रहे हो कि फला तारीख पर छूट जाओगे, अब फालतू में वकील पर पैसा खर्च करने की जरूरत नहीं है , अब कुछ नहीं होगा. इसके कुछ देर बाद ही उसने जान दे दी थी.
जेस प्रशासन के अनुसार यह मामला पूरी तरह आत्महत्या का ही है. पूरे प्रकरण से उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया है. घटनाक्रम से संबंधित तमाम साक्ष्य सुरक्षित रखे गए हैं. पिता-पुत्र के बीच बातचीत की रिकॉर्डिंग भी रखी गई है. जेल अधीक्षक अमन कुमार सिंह ने बताया कि मामले में एक सिपाही को निलंबित कर दिया गया है. गिर्दा प्रभारी पर भी कार्रवाई की गई है.
यह भी पढ़ें : रायबरेली जेल में कैदी ने की आत्महत्या, फोन पर परिजनों से की बात, कुछ देर बाद मिली लाश