रायबरेली: भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी दिनेश प्रताप सिंह ने कांग्रेस के गारंटी कार्ड पर सवालिया निशान उठाते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन कर रही है. लोगों को लालच देकर वोट हासिल करने का प्रयास कर रही है.
दिनेश प्रताप सिंह ने मंगलवार को अपने कार्यालय पर आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी राहुल गांधी ने पहले 26 अप्रैल को वायनाड में चुनाव लड़ा. उसके बाद रायबरेली से चुनाव लड़ने की घोषणा की थी.
उनका यह कृत्य वायनाड और रायबरेली दोनों जनता के लिए एक धोखे की तरह है. कांग्रेस पार्टी गांव गांव जाकर अपने एक गारंटी कार्ड पर लोगों से हस्ताक्षर करवा रही है. इस गारंटी कार्ड में एक लाख रुपये साल के देने का लालच कांग्रेस पार्टी दे रही.
वोट के लिए किसी प्रकार का लालच देना आचार संहिता का उल्लंघन है. इसलिए वह चुनाव आयोग से शिकायत कर रहे हैं कि वह कांग्रेस पार्टी के इस झूठे गारंटी कार्ड पर नोटिस देकर कार्रवाई करे.
कांग्रेस प्रत्याशी राहुल गांधी और उनके कार्यकर्ताओं पर गंभीर आरोप लगाते हुए दिनेश सिंह ने कहा कि कांग्रेस के हजारों लोग जो बाहर से आए हैं, वह गांव गांव जाकर एक पेपर में जनता से हस्ताक्षर करवा रहे हैं, जिसमें उनको बताया जा रहा है कि जैसे ही हमारी सरकार बनती है एक लाख रुपए आपको तुरंत मिल जाएंगे.
इस तरह का प्रलोभन देकर यहां वोट मांगा जा रहा है जो आचार संहिता का उल्लंघन है. कांग्रेस प्रत्याशी इस तरह का प्रलोभन देकर वोट मांगने का काम कर रहे हैं. दिनेश प्रताप सिंह ने कहा कि मैं चुनाव आयोग से अपील करता हूं कि कांग्रेस प्रत्याशी और उनके कार्यकर्ताओं पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करें.
राहुल गांधी के उस बयान पर जिसमें कहा गया था कि रायबरेली से उनका सौ साल का रिश्ता है, पर कटाक्ष करते हुए दिनेश प्रताप सिंह ने कहा जो कहते हैं सौ साल से हमारा रिश्ता है वह केवल चुनाव के समय ही यहां आते हैं. अगर इतना पुराना नाता किसी का हो तो क्या यहां की जनता के सुख-दुख में उनको नहीं खड़ा होना चाहिए.
1952 से लेकर 2024 तक कांग्रेस पार्टी ने रायबरेली के किसी भी व्यक्ति को ना तो टिकट दिया है और ना ही राज्यसभा भेजा है. इतना ही नहीं अपना प्रतिनिधि भी नहीं बनाया है. ऐसे लोग रायबरेली से पुराना नाता होने की बात कहते हैं.
राहुल गांधी के दाढ़ी बनवाने को लेकर कहा ये लोग चुनाव के समय आते हैं और कहीं दाढ़ी बनवा लेते हैं तो कहीं एक पीस जलेबी तोड़कर खा लेते हैं. जो दिखाने की कोशिश करते हैं कि हम यहीं के हैं. राहुल गांधी अमेठी के साथ धोखा कर रहे हैं, वायनाड के साथ कर रहे हैं या फिर रायबरेली के साथ कर रहे हैं.
उन्होंने अमेठी और वायनाड को धोखा तो दिया ही दिया रायबरेली को भी धोखा दे रहे हैं. वह अमेठी को, वायनाड को, रायबरेली को किसको अपना घर बताएंगे. यहां की जनता सब समझ चुकी है जो केवल नामांकन के समय यहां आता है उसके बाद जनता के सुख दुख से कोई मतलब नहीं होता ऐसे लोगों को जनता सबक सिखाएगी.
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